22 हजार पुलिस कर्मी और 48 अर्धसैनिक बालों की कंपनियां तैनात
नई दिल्ली (एजेंसी). कल देश 71वां गणतंत्र दिवस (71th Republic Day) मनाएगा. गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. गणतंत्र दिवस की तैयारियों के मद्देनजर सुरक्षा को देखते हुए दिल्ली से सटे सभी बॉर्डर को सील कर दिया गया है. चप्पे-चप्पे पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है. जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है. वहीं दिल्ली के सभी एंट्री प्वाइंट पर सुरक्षाबल के जवान भारी तादाद में तैनात मुस्तैद हैं. मेट्रो की पार्किंग आज सुबह से कल दोपहर 2 बजे तक के लिए बंद कर दी गई है. वहीं देश के बाकी हिस्सों में भी सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये गये हैं. जम्मू-कश्मीर के सभी जिलों में चौकसी बेहद कड़ी कर दी गई है. पुलिस रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अन्य जगहों पर सुरक्षा की सख्त जांच कर रही है.
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राजधानी के सुरक्षा इंतजाम की जिम्मेदारी निभाने वाली दिल्ली पुलिस भी सतर्क है. पुलिस ने आज से ही नई दिल्ली, मध्य दिल्ली और उत्तरी दिल्ली की बहुमंजिला निजी-राजकीय इमारतों को खाली कराके उसे सील करने का निर्णय लिया है, ताकि विध्वंसकारी ताकतों को छिपकर मंसूबे पूरे करने का मौक हाथ न लगे. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच के अधिकारी हालांकि संवेदनशील विषय होने के चलते खुफिया जानकारियों पर बात करने से कतरा रहे हैं.
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दिल्ली पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, “इस बार 48 कंपनी केंद्रीय अर्धसैनिक बल गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे. इसके लिए सबंधित विभागों से भी लिखित स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है, जबकि दिल्ली पुलिस के 22 हजार जवान गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान और उससे पहले यानी शनिवार दोपहर बाद से ही तैनात कर दिए गए हैं.”
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गणतंत्र दिवस परेड के दौरान जो भी स्थान और इमारतें संवेदनशील मानी गई हैं, वहां दिल्ली पुलिस के ब्लैककैट कमांडो तैनात किए जाएंगे. परेड के बाद राष्ट्रपति भवन में आयोजित ‘एटहोम’ तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम बने रहेंगे. दिल्ली की सीमाओं पर चौकसी की रणनीति भी संबंधित राज्यों की पुलिस के साथ बनाई जा चुकी है.
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आपात स्थिति में संचार की मदद के लिए चलते-फिरते ‘मोबाइल-कंट्रोल-रूम’ भी बनाए गए हैं. इन विशेष किस्म के मोबाइल कंट्रोल-रूम के खुफिया कॉल-साइन भी निर्धारित कर दिए गए हैं, जो आपात स्थिति में सिर्फ दिल्ली पुलिस ही सुन व समझ पाएगी. परेड के दौरान भीड़ रोकने का भी ख्याल रखा जाएगा. इसके लिए बाकायदा दिल्ली यातायात पुलिस के 2000 से ज्यादा जवान सड़क पर तैनात रहेंगे.
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