एग्जिट पोल एग्ज़ैक्ट पोल नहीं, नतीजों का 23 मई तक इंतज़ार करें

रायपुर (एजेंसी)। लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान पूर्ण होने के साथ ही एग्जिट पोल रविवार शाम से आने शुरू हो गए। लोकसभा चुनाव की मतगणना 23 मई को होगी, लेकिन अलग-अलग एजेंसियों के एग्जिट पोल आते ही राजनीतिक बहस का नया दौर शुरू हो गया। ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जैसे वास्तविक परिणाम भी ऐसे ही होंगे। बीते कुछ प्रमुख चुनावों के दौरान विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी एग्जिट पोल का विश्लेषण किया जाए तो यह तथ्य सामने आता है कि चुनाव के विजेता रहने वाले दल को लेकर कई बार एग्जिट पोल गलत भी साबित हुए हैं। अनुमानों को वास्तविक परिणाम से तुलना करें तो सीटों का अंतर 45 से 126 तक रहा। अपवाद रहने वाली एजेंसियां हर बार नई होती हैं, इसलिए पिछली बार जिसका अनुमान वास्तविकता के करीब था, जरुरी नहीं की उसका प्रदर्शन अगले चुनाव में भी इतना ही खरा हो।

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को एक्जिट पोल के बारे में कहा कि ये वास्तविक परिणाम नहीं हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘एक्जिट पोल वास्तविक परिणाम नहीं होते। हमें यह समझना चाहिए। 1999 से अधिकतर एक्जिट पोल गलत हुए।’’ नायडू ने गुंटुर में शुभचिंतकों को अनौपचारिक बैठक में संबोधित किया। यहां उन्होंने उपराष्ट्रपति का अभिनंदन किया। मौजूदा आम चुनाव का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि हर पार्टी (अपनी जीत के बारे में) आश्वस्त रहती है। उन्होंने कहा, ‘‘23 तारीख तक हर कोई अपने आत्मविश्वास का प्रदर्शन करता है। इसका कोई आधार नहीं होता। इसलिए हमें 23 तक इंतजार करना चाहिए।’’

नायडू ने कहा, ‘‘देश और राज्य को एक कुशल नेता और स्थिर सरकार की जरूरत होती है, चाहे जो हो। बस इतना ही।’’ उपराष्ट्रपति ने कहा कि समाज में बदलाव राजनीतिक दलों में बदलाव के साथ होना चाहिए।

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