नई दिल्ली(एजेंसी): नवरात्रि का पर्व मां दुर्गा के विभिन्न रूपों को समर्पित है. मां दुर्गा को शंक्ति और ऊर्जा का कारक माना गया है. जीवन में सफलता के लिए ऊर्जा और शक्ति का विशेष महत्व है. मान्यता है कि शारदीय नवरात्रि की पूजा से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अपना आर्शीवाद प्रदान करती हैं.
नवरात्रि की पूजा का पुण्य तभी प्राप्त होता है जब विधि पूर्वक पूजा की जाएगी. नवरात्रि की पूजा और व्रत में नियमों के पालन पर विशेष जोर दिया गया है. मां को नियम अधिक पसंद हैं. इसलिए मां दुर्गा की पूजा में नियम यानि विधि को वरियता दी जाती है. नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा में तीन चीजों का विशेष महत्व है इसलिए इन तीन चीजों के बारे में विशेष ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि नवरात्रि में इन तीन चीजों के बिना मां दुर्गा की पूजा अधूरी मानी जाती है.
लाल रंग : मां की पूजा में लाल रंग का विशेष महत्व है. नवरात्रि की पूजा में इस रंग सर्वाधिक प्रयोग होता है. क्योंकि मां दुर्गा को लाल रंग अधिक पसंद है. इसलिए घटस्थापना और माता स्थापित करने के लिए रंग के वस्त्र से आसन सजाया जाता है. इसके साथ ही लाल चुनरी और कुमकुम का टीका लगाया जाता है.
लाल चुनरी : नवरात्रि का पूजन आरंभ करने से पूर्व मां दुर्गा को लाल रंग की चुनरी चढ़ाई जाती है. ध्यान देने वाली बात ये है कि मां दुर्गा को कभी भी रिक्त चुनरी नहीं चढ़ानी चाहिए. चुनरी के साथ सिंदूर यानि श्रंगार की सामग्री, मेवा, फल, मिष्ठान, नारियल आदि भी चढ़ाने चाहिए.
अखंड ज्योति : नवरात्रि में अखंड ज्योति का विशेष महत्व है. अखंड ज्योति से घर में सकरात्मक ऊर्जा आती है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होती है. अखंड ज्योति को जलाने से पूर्व स्वच्छता का पूर्ण ध्यान रखा जाना चाहिए. ज्योति जलाने के लिए पीतल या मिट्टी के बने दीपक का प्रयोग करना चाहिए. गाय के घी से इस अखंड ज्योति को जलाया जाता है.