नई दिल्ली(एजेंसी): कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन की वजह से देश ठप है. मजदूर घर लौटने को मजबूर हैं, किसान बेहाल है, सरकार कारोबार के थम चुके पहियों को चलाने की कोशिश में जुटी है. इसी के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज 20 लाख करोड़ के पैकेज की तीसरी किश्त का एलान करेंगी. वित्त मंत्री ने दूसरी किश्त में समाज के आखिरी तबके पर खड़े लोगों तक मदद पहुंचाने का दावा किया.
इस वक्त प्रवासी मजदूरों की घर लौटती तस्वीरें हर भारतीय के मन में टीस पैदा कर रही हैं. वित्त मंत्री ने 20 लाख करोड़ के पैकेज में इन प्रवासी मजदूरों के लिए बड़े एलान किए.
8 करोड़ प्रवासी मजदूरों को मुफ्त अनाज मिलेगा
अनाज बांटने पर केंद्र 3500 करोड़ रुपये खर्च करेगा
अगले 3 महीने में एक देश-एक राशन कार्ड की सुविधा होगी
प्रति परिवार एक किलो चना दिया जाएगा
प्रति व्यक्ति 5 किलो गेहूं या चावल दिया जाएगा
2 महीने मुफ्त राशन मिलेगा, BPL कार्ड जरूरी नहीं होगा
रेहड़ी पटरी वालों को 10 हजार तक लोन मिलेगा
50 लाख स्ट्रीट वेंडर को 5 हजार करोड़ की मदद दी जाएगी
37 लाख छोटे कामगारों को कर्ज के ब्याज पर छूट मिलेगी
कांग्रेस इसे लोन मेला करार देते हुए पूछ रही है कि मजदूरों की सुरक्षित घर वापसी का इंतजाम करने में सरकार नाकाम क्यों रही. हालांकि फिक्की का कहना है कि सरकार के इस पैकेज से देश को आर्थिक संकट से निकलने में मदद मिल सकती है. 20 लाख करोड़ के पैकेज में किसानों को भी राहत पहुंचाने का दावा किया गया.
नाबार्ड से किसानों को 30 हजार करोड़ की मदद पहुंचायी जाएगी
2.5 करोड़ किसानों के लिए 2 लाख करोड़ की योजना बनाई गई
3 करोड़ किसानों के लोन की किश्तों में छूट की समय सीमा 31 मई की गई
हालांकि किसानों का कहना है कि कर्ज देने की बजाए सरकार कर्ज माफ करे. कोरोना और लॉकडाउन की मार से मिडिल क्लास भी नहीं बचा है. ऐसे में सरकार ने मिडिल क्लास को भी राहत देने की कोशिश की है.
6-18 लाख सालाना आय वालों के लिए 70 हजार करोड़ की हाउसिंग योजना बनाई गई
3.3 लाख मध्यम वर्ग के परिवार को फायदा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिये आज 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक राहत पैकेज की तीसरी किस्त की घोषणा करेंगी. लैंड और लॉ, ढांचागत सुधार, टेक्नोलॉजी आदि विषयों में सरकार क्या सुधार करने जा रही है इसकी जानकारी आज सम्भव है.