अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) को दान करने से बढती हैं सुख-समृद्धि
हिंदु धर्म में अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) का विशेष महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया मनाई जाती है। इस साल यह तिथि 14 मई दिन शुक्रवार को पड़ रही है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) के दिन दान का कई गुना फल मिलता है। इसके अलावा इस दिन सोना खरीदना भी शुभ माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन सोना खरीदने से पीढ़ियों के साथ सोना बढ़ता है। इसके साथ ही सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
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अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) को एक लेकर प्रचलित एक पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में एक गरीब और वैश्य रहता था। जिसकी देवताओं में ज्यादा श्रद्धा थी। गरीब होने के कारण वह बहुत व्याकुल रहता था। इस दिन उसे किसी से अक्षय तृतीया व्रत के बारे में पता चला। उसनें इस दिन विधि-विधान से देवी-देवताओं की पूजा की और दान-पुण्य किए। इस दिन किए गए दान-पुण्य के प्रभाव से वह अगले जन्म में कुशावती का राजा बना। जानिए अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) के दिन किन मुहूर्त में खरीदें सोना और किन मुहूर्त में नहीं-
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अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) के दिन बन रहे ये शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 03:57 ए एम, मई 15 से 04:40 ए एम, मई 15 तक।
प्रातः सन्ध्या- 04:18 ए एम, मई 15 से 05:22 ए एम, मई 15 तक।
अभिजित मुहूर्त- 11:38 ए एम से 12:32 पी एम तक।
विजय मुहूर्त- 02:19 पी एम से 03:13 पी एम तक।
गोधूलि मुहूर्त- 06:34 पी एम से 06:58 पी एम तक।
अमृत काल- 10:47 पी एम से 12:35 ए एम, मई 15 तक।
निशिता मुहूर्त- 11:44 पी एम से 12:26 ए एम, मई 15 तक।
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अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) के दिन बनने वाले अशुभ मुहूर्त-
राहुकाल- 10:24 ए एम से 12:05 पी एम तक।
यमगण्ड- 03:27 पी एम से 05:07 पी एम तक।
गुलिक काल- 07:03 ए एम से 08:44 ए एम तक।
दुर्मुहूर्त- 08:03 ए एम से 08:57 ए एम तक।
वर्ज्य- 12:02 पी एम से 01:49 पी एम तक और उसके बाद 12:32 पी एम से 01:26 पी एम तक।
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