सुषमा स्वराज नहीं रही, जिन्होंने पाकिस्तान से उजमा और गीता की करवाई थी सकुशल वापसी, गीता ने कहा – मैं अनाथ हो गई

नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 67 साल की उम्र में निधन हो गया है। सुषमा स्वराज भारतीय राजनीति का एक ऐसा चेहरा थीं जो विपक्ष को भी प्रशंसा के लिए बाध्य कर देता था। सुषमा ने अपने मजबूत इरादों का हर मोर्चे पर सशक्त परिचय दिया। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में बतौर विदेश मंत्री रहते हुए उन्होंने विदेश में फंसे कई भारतीयों को बचाया। चाहे इराक में फंसी हुई नर्सों को सुरक्षित निकालना हो, कुवैत और दुबई में काम दिलाने के बहाने धोखा खाने वाले मजदूर हों या पाकिस्तान में फंसीं उजमा और गीता की सकुशल वापसी, सुषमा स्वराज के मानवता के कई ऐसे किस्से हैं जिसकी चर्चा देश ही नहीं दुनिया में होती है।

सुषमा ने पाकिस्तान में जबरन शादी का शिकार हुईं भारतीय नागरिक उज्मा अहमद को वापस वतन लाने में मदद की थी। इस बात के लिए सुषमा की खूब सराहना की गई थी।

दरअसल, पाकिस्तान में उजमा से एक पाकिस्तानी डॉक्टर ताहिर अली ने जबरन शादी कर ली थी। उजमा ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर अनुरोध किया था कि उसे तत्काल घर लौटने की इजाजत दी जाए क्योंकि पहले विवाह से उसकी बेटी है जो भारत में है और थैलेसीमिया से पीड़ित है।

गीता की भारत वापसी में सुषमा स्वराज की मदद को कौन भूल सकता है। 26 अक्टूबर 2015 को सुषमा स्वराज के प्रयासों की वजह से ही मूक-बधिर लड़की गीता की एक दशक के बाद पाकिस्तान से स्वदेश वापसी हो सकी।

गीता भटककर पाकिस्‍तान जा पहुंची थी। गीता के परिवार की तलाश में विदेश मंत्रालय ने खूब प्रयास किए। विदेश मंत्री रहते हुए एक बार सुषमा स्‍वराज ने कहा था कि मैं जब भी गीता से मिलती हूं वह शिकायत करती है और कहती है कि मैडम किसी तरह मेरे माता-पिता को तलाशिये।

सुषमा ने अपील करते हुए कहा कि जो भी गीता के मां बाप हों सामने आएं। उन्होंने कहा था कि मैं इस बेटी को बोझ नहीं बनने दूंगी। इसकी शादी, पढ़ाई की सारी जिम्मेदारी हम उठाएंगे।

गीता के स्वदेश वापसी के अगले ही दिन उसे इंदौर में मूक-बधिरों के लिए चलाई जा रही गैर सरकारी संस्था के आवासीय परिसर में भेज दिया गया। बाद में उसके परिजनों की तलाश भी की गई।

पाकिस्तान से लौटी गीता ने सुषमा स्वराज के निधन पर दुख जताते हुए बयान दिया है कि वो अब अनाथ हो गई हैं। सुषमा के बीमारी के चलते बीते एक महीनों से उनसे बात नहीं हो पा रही थी।

गीता के पाकिस्तान से लौटने के बाद सुषमा स्वराज ने उसकी जिम्मेदारी संभाली थी। तब से गीता लगातार सुषमा के संपर्क में थी। हाल में अपने स्वास्थ्य कारणों के चलते सुषमा ने गीता की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को सौंप दी थी। भारत लौटने के बाद सुषमा स्वराज ने गीता की पढ़ाई और उसका भविष्य संवारने की जिम्मेदारी ली थी। गीता बैडमिंटन की नेशनल खिलाड़ी बनना चाहती हैं।

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