मैनचेस्टर (एजेंसी)। भारत ने वेस्टइंडीज को ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर खेले गए मैच में 125 रनों के विशाल अंतर से मात दे आईसीसी विश्व कप-2019 में अपने विजय क्रम को जारी रखा है। भारत की यह छह मैचों में पांचवीं जीत है जबकि उसका एक बारिश के कारण रद्द हो गया था। भारत 11 अंकों के साथ 10 टीमों की अंकतालिका में दूसरे स्थान पर आ गया है। न्यूजीलैंड के भी 11 अंक हैं लेकिन बेहतर रन रेट के कारण भारत आगे है।
भारत ने पहले खराब स्थिति से निकलते हुए कप्तान विराट कोहली (72) और महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 56) की पारियों के दम पर धीमी विकेट पर 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 268 रन बनाए। फिर मोहम्मद शमी की अगुआई में भारत ने विंडीज को 34.2 ओवरों में 143 रनों पर ढेर कर जीत हासिल की।
इस मैच में बेशक भारत की बल्लेबाजी का संघर्ष जारी रहा लेकिन गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। शमी ने चार विकेट लिए। जसप्रीत बुमराह और युजवेंद्र चहल को दो-दो विकेट मिले। हार्दिक पांड्या और कुलदीप यादव एक-एक विकेट लेने में सफल रहे। मुश्किल विकेट पर 269 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी विंडीज की क्रिस गेल और सुनील एम्ब्रीस की सलामी जोड़ी को शमी और बुमराह ने अपनी स्विंग से परेशान किया। शमी ने आखिरकर पांचवें ओवर की पांचवीं गेंद पर गेल (6) को 10 के कुल स्कोर पर पवेलियन भेज दिया।
शमी ने ही शाई होप (5) को बोल्ड कर विंडीज को दूसरा झटका दिया। यहां सुनील और निकोलस पूरन ने टीम को संभाला। दोनों ने टीम का स्कोर 71 तक पहुंचा दिया, लेकिन इस बार पांड्या वेस्टइंडीज के लिए मुसीबत बन गए। उन्होंने सुनील की 31 रनों की पारी का अंत किया। नौ रनों के बाद पूरन को चाइनामैन कुलदीप ने अपना शिकार बनाया। पूरन ने 28 रन बनाए। विंडीज कप्तान जेसन होल्डर विकेट को समझ कर कुछ कर पाते उससे पहले ही चहल ने उनकी छह रनों की पारी का अंत कर विंडीज का स्कोर पांच विकेट पर 98 रन कर दिया। यहां से फिर भारत को जीत हासिल करने में परेशानी नहीं आई। कार्लोस ब्रैथवेट (1), फाबियन ऐलेन (0), शिमरन हेटमायेर (18), शेल्डन कॉटरेल (10) और ओशाने थॉमस (6) जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट लिए।
विंडीज के गेंदबाजों ने हालांकि भारतीय बल्लेबाजों की परीक्षा ली। भारत की हालत नाजुक थी और धोनी इस मैच में भी धीमी बल्लेबाजी कर रहे थे। लेकिन कोहली के जाने के बाद पूर्व कप्तान ने जिम्मेदारी निभाई और स्थिति के हिसाब से खेलते हुए अपनी टीम को सम्मानजनक स्कोर दिया। धोनी ने आखिरी ओवर में दो छक्के और एक चौके की मदद से 16 रन बोटरे। अपनी नाबाद पारी में धोनी ने 61 गेंदों का सामना किया और तीन चौके तथा दो छक्के मारे। सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने भी 48 रन बनाए। इस मैदान की पिच धीमे गेंदबाजों और कटर डालने वालों के लिए उपयुक्त है। होल्डर ने इसी का फायदा उठा कटर फेंकी जो बड़ी खूबसूरती से राहुल के बल्ले और पैड के बीच से विकेटों पर गई।
राहुल से पहले रोहित शर्मा (18) केमर रोच की गेंद पर विवादास्पद तरीके से आउट दे दिए। रोच की गेंद रोहित के बल्ले/पैड से टकरा कर शाई होप के दस्तानों में गई लेकिन मैदानी अंपायर में आउट नहीं दिया। होल्डर ने रिव्यू की मांग की जिसमें साफ स्थिति न होने के बाद भी रोहित को आउट दे दिया गया। रोहित का विकेट छठे ओवर की आखिरी गेंद पर 29 के कुल स्कोर पर गिरा। रोहित के जाने के बाद कोहली और राहुल ने 67 रन जोड़े थे लेकिन राहुल अपने पचास रन पूरे नहीं कर सके। उन्होंने 64 गेंदों की पारी में छह चौके लगाए। नंबर-4 के लिए खोजे गए विजय शंकर ने फिर निराश किया। रोच ने शंकर को भी होप के हाथों कैच कराया। शंकर ने 14 रन बनाए।
दो अहम कैच पकड़ने के बाद होप ने वो काम किया जिसकी उम्मीद क्लब स्तर के विकेटकीपर से भी नहीं की जाती। इस मैच में अंतिम-11 में शामिल किए गए स्पिनर ऐलेन 34वां ओवर फेंकने आए और धोनी ने उन्हें निकल कर मारने का प्रयास किया। धोनी चूके और तकरबीन दो फुट बाहर थे, लेकिन होप ने बच्चों सी गलती की और धोनी को जीवनदान दिया। धोनी ने इसका फायदा उठाया।
हालांकि वह इस समय काफी धीमी बल्लेबाजी कर रहे थे जिसके कारण अर्धशतक पूरा कर चुके कप्तान ने सोचा की वह एक्सीलेटर पर पांव रखें। कोशिश की गई और होल्डर की बेहद छोटी गेंद पर कोहली ने दमभर के शॉट खेला जो शॉर्ट मिडविकेट पर डारेन ब्रावो के सीधा हाथों में गया। कप्तान ने 82 गेंदों का सामना किया और आठ चौके मारे। पांड्या से भी बड़े शॉट नहीं लगे। वह भी एक-एक, दो-दो रन लेते रहे। उन्होंने 38 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 46 रन बनाए। पांड्या और धोनी के बीच 70 रनों की साझेदारी हुई। विंडीज के लिए रोच ने तीन विकेट लिए। कॉटरेल और होल्डर को दो-दो सफलताएं मिलीं।