मुंबई (एजेंसी)। मुंबई में गोवंडी रेलवे स्टेशन पर एक भिखारी की लोकल ट्रेन की टक्कर से शुक्रवार को मौत हो गई थी। रेलवे पुलिस (जीआरपी) जब परिजनों की तलाश में भिखारी के घर पहुंची तो उनके होश उड़ गए।
दरअसल, रेलवे पुलिस को झोपड़ी में पैसों से भरी बोरियां और थैलियां मिलीं जिसमें लगभग दो लाख रुपये के सिक्के और कैश थे। जिन्हें गिनने में पुलिस को आठ घंटे लग गए।
इतना ही नहीं भिखारी के घर से बैंक की पासबुक भी मिली है, जिसमें कुल 8 लाख 77 हजार रुपये जमा की रसीद मिली है। भिखारी की पहचान बिरभिचंद आजाद के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि आजाद मुंबई की लोकल ट्रेन में भीख मांगता था।
शुक्रवार को रेलवे लाइन क्रॉस करते वक्त उसकी ट्रेन की टक्कर से मौत हो गई थी। रेलवे पुलिस को भिखारी आजाद के की झोपड़ी से आधार कार्ड, पैन कार्ड और सीनियर सिटिजन कार्ड मिला है. जिस पर राजस्थान का पता लिखा हुआ है।
भिखारी के पड़ोसियों ने बताया कि पहले बिरभिचंद आजाद के साथ उसका परिवार भी रहता था, लेकिन बाद में उसका पूरा परिवार चला गया और वह अकेला रहने लगा। गुजारे के लिए वह भीख मांगने लगा।
फिलहाल पुलिस ने भिखारी के घर से मिले पैसों को जब्त कर लिया है और आधार कार्ड पर दिए पते पर उनके परिवार वालों को खोजने के लिए जीआरपी रवाना हो गई है।