भारत के महान गेंदबाज बापू नादकर्णी का निधन, सचिन ने जताया दुख

लगातार 21 ओवर मेडन फेंकने वाले गेंदबाज थे बापू नादकर्णी 

मुंबई (एजेंसी). बापू नादकर्णी (Bapu Nadkarni) टेस्ट क्रिकेट (Cricket) के इतिहास में एक ऐसा नाम है, जो अद्भुत रिकॉर्ड रखते हैं. उन्हें सबसे कंजूस गेंदबाज के तौर पर हमेशा याद किया जाएगा. वह टेस्ट में लगातार 131 गेंदों में एक भी रन नहीं देने का कीर्तिमान रखते है. बापू नादकर्णी ने 56 साल पहले 12 जनवरी को यह कारनामा किया था. बापू नाडकर्णी का शुक्रवार को निधन हो गया. वह 86 साल के थे. बापू नादकर्णी के परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं. नाडकर्णी के दामाद विजय खरे ने पीटीआई से कहा, ‘उनका उम्र संबंधी परेशानियों के कारण निधन हुआ.

यह भी पढ़ें :

Jio के 63 फीसदी प्रॉफिट बढ़ोत्तरी से Reliance Industries को 11,640 करोड़ का मुनाफा

बापू ने अपनी लेफ्ट आर्म स्पिन गेंदबाजी की बदौलत 1964 में मद्रास  के नेहरू स्टेडियम में अंग्रेजों को रन के लिए तरसाया था. यहां खेले गए टेस्ट मैच के दौरान उन्होंने एक के बाद एक 131 गेंदें फेंकीं, जिन पर एक भी रन नहीं बना. उस पारी में उन्होंने कुल 32 ओवरों में 27 मेडन फेंके, जिनमें लगातार 21 मेडन ओवर थे. और 5 रन ही दिए. उनका गेंदबाजी विश्लेषण रहा- 32-27-5-0. वे नेट्स पर सिक्का रखकर गेंदबाजी करते थे. उनकी बाएं हाथ की फिरकी इतनी सधी थी कि गेंद वहीं पर गिरती थी. टेस्ट करियर में बापू की 1.67 रन प्रति ओवर की इकोनॉमी रही. बापू 41 टेस्ट खेले, 9165 गेंदों में 2559 रन दिए और 88 विकेट झटके.

यह भी पढ़ें :

छत्तीसगढ़ : हनीट्रैप में फंसा लॉ का शादीशुदा छात्र, लिखाई रिपोर्ट, युवती गिरफ्तार

क्रिकेट के हर डिपार्टमेंट में माहिर बापू न सिर्फ अपने स्पिन से बल्लेबाजों का बांधा, बल्कि उनकी बल्लेबाजी भी गजब की थी. वे एक हिम्मती फील्डर भी थे, जो फील्ड पर बल्लेबाज के सामने खड़े होते थे. बापू ने इंग्लैंड के खिलाफ 1963-64 सीरीज में कानपुर में नाबाद 122 रनों की पारी खेलकर भारत को हार से बचाया था.

यह भी पढ़ें :

दिल्ली विधानसभा चुनाव : भाजपा की पहली सूची आने के बाद पार्टी में बगावत, जेपी नड्डा के आवास पर हंगामा

भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर ने ट्वीट कर बापू नादकर्णी के निधन पर शोक जताया।

यह भी पढ़ें :

देश के टॉप-5में रायपुर का स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट

Related Articles