उन्नाव (एजेंसी). विधायक प्रकरण में 28 जुलाई को रायबरेली में हुए पीड़िता के रहस्यमय सड़क हादसे के गवाह/पूर्व ब्लॉक प्रमुख व दुष्कर्म पीड़िता के चाचा की जमानत लेने वाले पर शुक्रवार को जानलेवा हमले का प्रयास किया गया। पूर्व ब्लॉक प्रमुख का आरोप है कि लखनऊ-कानपुर हाईवे पर उनकी कार को ट्रक ने एक बार टक्कर मारने के बाद मारने की कोशिश की। किसी तरह उन्होंने ड्राइवर के साथ कार से उतरकर जान बचाई। घटना के बाद चालक ट्रक छोड़कर भाग निकला।
पीड़ित ने ट्रक की नंबर प्लेट से छेड़छाड़ किए जाने की बात कही है। तहरीर के बाद पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लिया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की बात कही है।
अजगैन कोतवाली क्षेत्र के गौरा कठेरवा गांव निवासी व नवाबगंज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अवधेश प्रताप सिंह पुत्र स्व. उधौ सिंह ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि शुक्रवार दोपहर वह लखनऊ-कानपुर हाईवे पर अपनी कार से उन्नाव की ओर जा रहे थे।
हाइवे पर अजगैन क्षेत्र के एक ढाबा के समीप लखनऊ से कानपुर की ओर जा रहे कानपुर के रजिस्ट्रेशन नंबर के एक खाली ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी जिससे उनकी कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर में फंस गई।
आरोप है कि इस दौरान ट्रक चालक ने ट्रक को पीछे करते हुए दोबारा से कार में टक्कर मारने का प्रयास किया। किसी तरह वह जान बचा कार से बाहर की ओर भागे। लोगों के दौड़ने पर चालक ट्रक छोड़कर भाग निकला। सूचना पर अजगैन पुलिस ने मौके पर पहुंची और ट्रक को लेकर कोतवाली चली गई।
पूर्व ब्लॉक प्रमुख अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि वह दुष्कर्म पीड़िता के साथ रायबरेली में हुए हादसे में गवाह हैं। इतना ही नहीं उनकी कार चला रहा युवक दुष्कर्म पीड़िता के जेल में बंद चाचा के एक मामले की जमानत ले चुका है। पीड़ित ने बताया कि उन्हें कई बार गवाही न देने की धमकी भी दी जा चुकी है।