रायपुर (अविरल समाचार). भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अमित शाह के दौरे के तुरंत बाद प्रदेश अध्यक्ष बदल दिया गया. आदिवासी नेता विक्रम उसेंडी को प्रदेश की कमान लोकसभा चुनाव के ठीक पहले सौपीं गई हैं. उसेंडी पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के ही करीबी माने जाते हैं. पूर्व में रमन केबिनेट में मंत्री रहे हैं. वर्तमान में कांकेर से सांसद हैं. निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक को नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने के बाद प्रदेश अध्यक्ष बदला जाना तय था.
भाजपा के राष्ट्रिय महासचिव अरुण सिंह ने इस आशय का आदेश जारी किया हैं. यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई हैं. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह उसेंडी के नाम को हरी झंडी दी हैं.
इस नियुक्ति के साथ ही बृजमोहन अग्रवाल प्रदेश की राजनीती में अलग-थलग पड गए हैं. उन्हें कोई भी भात्त्व्पूर्ण जिम्मेदारी देने से केन्द्रीय नेतृत्व ने परहेज किया हैं. अग्रवाल नेता प्रतिपक्ष के भी प्रमुख दावेदार थे. और प्रदेश अध्यक्ष के लिए भी सोशल मीडिया में उनके नाम की जमकर चर्चा चल रही थी. उनके समर्थकों ने इस आशय का पत्र भी राष्ट्रिय अध्यक्ष को प्रेषित किया था.
उसेंडी को अध्यक्ष बनाकर केन्द्रीय नेतृत्व ने एक तीर से कई शिकार किये हैं. एक तरफ प्रदेश में आदिवासी वोटों को साधने का प्रयास किया हैं वहीँ धरमलाल कौशिक को दो पद को लेकर भी जो नाराजगी कार्यकर्ताओं में थी उसे भी दूर करने का प्रयास किया हैं. वहीँ प्रदेश में आज भी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की पसंद को ही तरजीह दी हैं.