नई दिल्ली (एजेंसी)। राजधानी दिल्ली की सड़कों पर गाड़ी चलाना जितना जोखिम भरा है उतनी ही बड़ी समस्या यहां पार्किंग को लेकर भी है। अब पार्किंग दिल्लीवालों के लिए और भी बड़ी समस्या बन सकती है। दरअसल केंद्र सरकार और नागरिक निकाय की एक समिति एक फॉर्मुला लेकर आई है। इस फॉर्मुले के अनुसार दिल्ली के हाईप्रोफाइल इलाकों में 10 घंटे गाड़ी पार्क करने का चार्ज एक हजार रुपये तक हो सकता है।
यह फॉर्मुला ऐसे समय में पेश किया गया है जब राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में प्रवेश कर गया है। ऐसी स्थिति में निजी वाहन के उपयोग को कम करने को लेकर मांग उठ रही है। राष्ट्रीय राजधानी में 3.3 मिलियन चार-पहिया गाड़ी और 7.3 मिलियन दोपहिया गाड़ी है।
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक समिति ने कहा है कि इस वक्त चार-पहिया गाड़ी के लिए पार्किंग का बेस प्राइज 20 रुपये और दो पहिया वाहन के लिए 10 रुपये है। अब बेस प्राइज को चार मापदंडों के आधार पर बढ़ाया जाएगा। ये चार कारक पार्किंग की जगह, पार्किंग का समय, पार्किंग का स्थान और दिन के किस समय में पार्किंग की जा रही है इसपर तय होगा।
समिति की सिफारिशों को देखें तो कनाट प्लेस, लाजपत नगर और करोल बाग जैसे इलाकों में पार्किंग चार्ज ज्यादा होगा, क्योंकि यहां ज्यादा ट्रैफिक लगता है। समिति की रिपोर्ट और सिफारिशों को दिल्ली परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को सौंप दिया गया है। गहलोत ने इस रिपोर्ट को लेकर कहा, “शीर्ष समिति की पहली बैठक की कोई तारीख अभी तक निर्धारित नहीं की गई है, लेकिन हम जल्द ही सिफारिशों की समीक्षा करेंगे।” अब अगर सरकार अगर इस रिपोर्ट को देखने के बाद सुझाए गए फॉर्मुले को मान लेती है तो दिल्ली के कई इलाकों में पार्किंग काफी महंगी हो सकती है।