जमशेदपुर (एजेंसी)। झारखंड में एक मुस्लिम युवक के साथ मॉब लिंचिंग की घटना हुई है। यहां के खरसवां में चोरी करने के शक में भीड़ ने मुस्लिम युवक पर जमकर हमला किया। पुलिस को सौंपने से पहले भीड़ ने उसकी 18 घंटे से ज्यादा पिटाई की। युवक को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार को उसकी मौत हो गई। युवक की पहचान 24 साल के तबरेज अंसारी के रूप में हुई है।
झारखंड की इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे एक शख्स तबरेज अंसारी को डंडे से मार रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, तबरेज को 18 जून को पुलिस को सौंपा गया था. उससे पहले भीड़ ने उसकी जमकर पिटाई की। शनिवार को उससे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई।
एक आरोपी की पहचान पप्पू मंडल के रूप में हुई है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
तबरेज अंसारी महाराष्ट्र के पुणे में वेल्डिंग का काम करता था। वह परिवार के साथ ईद मनाने के लिए अपने गांव खरसवां पहुंचा था। इस दौरान उसके परिवार ने उसकी शादी की भी तैयारी की थी। जून 18 की रात, वह दो लोगों के साथ जमशेदपुर के लिए निकला। झारखंड के एक समाज सेवक औरंगजेब अंसारी ने दावा किया है कि तबरेज को नहीं पता था कि वे दो युवक उसे कहां ले जा रहे हैं। इस दौरान दोनों युवक मौके से फरार हो गए और भीड़ ने तबरेज को पकड़ लिया और उसको पीटना शुरू कर दिया।
हालांकि, तबरेज सभी आरोपों से इनकार करता रहा और कहा कि दो युवकों ने ऐसा किया है। उसे एक मोटरसाइकिल के पास इंतजार करने को कहा गया। उसने कहा कि मुझे कुछ नहीं पता है। एक वीडियो के आखिर में एक शख्स उससे जय श्रीराम और जय हनुमान कहने को भी कहा। इस पूरे मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है आरोपियों को पकड़ने की तलाश जारी है।
तबरेज के एक संबंधी ने कहा कि कथित चोरी की वजह से नहीं बल्कि उसकी हत्या सांप्रदायिक कारणों से हुई है। उसे जय श्रीराम और जय हनुमान जैसे नारे लगाने को मजबूर किया गया। उन्होंने कहा, “उन्होंने उसकी (तबरेज) पिटाई की और बाद में उसे पुलिस को दे दिया। उन्हें चोरी का संदेह था लेकिन यह एक सांप्रदायिक हमला था। उसे इसलिए पीटा गया क्योंकि उसका मुस्लिम नाम था। उन्होंने (भीड़) उससे बार-बार ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ का नारा लगवाया. दोषियों को गिरफ्तार किया जाए।”