नई दिल्ली (एजेंसी)। जम्मू और कश्मीर में आतंकियों के खूनी खेल से धरती के स्वर्ग की जमीन लाल होती दिखाई दे रही है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद बौखलाए आतंकी इन दिनों बाहरी राज्यों से आए मजदूरों को निशाना बना रहे हैं। पिछले एक महीने में घाटी में 11 लोगों की हत्या की जा चुकी है। जिसमें ट्रक ड्राइवर और मजदूर शामिल हैं। आतंकियों के खिलाफ सेना ने भी अपनी कार्रवाईयों को तेज कर दिया है।
बता दें कि 31 अक्तूबर से जम्मू और कश्मीर में नई व्यवस्था लागू हो रही है। अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनने जा रहे हैं।
मंगलवार शाम को कुलगाम क्षेत्र में आतंकियों ने पांच गैर कश्मीरी लोगों की हत्या कर दी। मारे गए सभी नागरिक कश्मीर में मजदूरी करते थे। बताया जा रहा है कि सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के निवासी थे। ये मजदूर कुलगाम में ही एक घर में रह रहे थे, आतंकियों ने उसी घर में उन्हें निशाने पर लिया।
घाटी के शांतिपूर्ण माहौल से बौखलाए आतंकियों ने 28 सितंबर से लगातार घटनाएं कर लोगों में दहशत फैलाने की साजिशें शुरू की हैं। इस दौरान 13 घटनाओं को अंजाम देकर 8 गैर कश्मीरी नागरिकों समेत 11 की हत्या कर दी।
इससे पहले 24 अक्तूबर को आतंकियों ने शोपियां के चित्रगाम में सेब लेने गए तीन ट्रक ड्राइवरों पर हमला कर दिया था। इसमे दो की मौत हो गई थी। इसमे एक राजस्थान व दूसरा पंजाब का था। एक घायल ट्रक चालक को श्रीनगर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था।
14 अक्तूबर को भी दो आतंकवादियों ने शोपियां में राजस्थान के पंजीकरण वाले ट्रक के चालक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। चालक की पहचान शरीफ खान के रूप में की गई थी। इस घटना के बाद शोपियां में ही आतंकियों ने पंजाब निवासी सेब कारोबारी चरणजीत सिंह की हत्या कर दी थी। इस हमले में संजीव नामक शख्स घायल हो गया था।