नई दिल्ली(एजेंसी): गोल्ड के चढ़ते दाम के बीच आम कंज्यूमर की परचेजिंग कैपिसिटी से यह लगातार बाहर होता जा रहा है. सोने की कीमत इस वक्त 50 हजार प्रति दस ग्राम से ऊपर पहुंच चुका है. अगस्त में यह 56 हजार के रुपये के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच चुका था. ऐसे में ज्वैलर्स कंपनियों ने किस्तों में गोल्ड खरीदने की स्कीम लॉन्च की है. इस स्कीम के तहत गोल्ड खरीदने के इच्छुक ग्राहक हर महीने एक निश्चित रकम ज्वैलर्स कंपनियों के पास जमा करते हैं. कंपनियां 12 महीने के बाद इस रकम के बराबर मूल्य का गोल्ड ग्राहकों को दे देती हैं.
इस स्कीम का सबसे बड़ी खासियत यह है ग्राहकों को सिर्फ 11 महीने तक पैसा जमा करना होता है. बारहवीं किस्त ज्वैलर्स कंपनियां खुद जमा करती हैं. ज्यादातर ज्वैलर्स कंपनियां थोड़ा-बहुत बदलाव के साथ इसी तरह की स्कीम के साथ ज्वैलरी बेच रही हैं.दरअसल गोल्ड के दाम बढ़ने की वजह से ज्वैलरी की डिमांड काफी घट गई है. यही वजह है कि ज्वैलर्स कंपनियां रिटेल ग्राहकों के लिए इस तरह की स्कीम लेकर आई हैं.
हालांकि इस तरह की योजना में निवेश से पहले आपको ज्वैलर्स कंपनियों की विश्वसनीयता की पड़ताल कर लेनी चाहिए. बड़ी कंपनियों के अलावा कई छोटी और स्थानीय ज्वैलर्स भी इस तरह की स्कीम लॉन्च करते हैं. गोल्ड स्कीम से जुड़े कई घोटाले सामने आ चुके हैं. लिहाजा विश्वसनीयता की जांच जरूरी है. बड़े और जाने-माने ब्रांडेड ज्वैलर्स कंपनियों की ऐसी स्कीमों पर आप विश्वास कर सकते हैं. जाना-माना ज्वैलरी ब्रांड तनिष्क भी इस तरह की स्कीम चलाता है. लिहाजा ऐसे ब्रांड की ओर से लाई जाने वाली स्कीमों का लाभ लिया जा सकता है. तनिष्क जैसे ब्रांड की ऐसी स्कीमों में एक हजार, दो हजार या इसके मल्टीपल में मासिक रकम जमा कर किस्तों में सोना खरीदने का लाभ लिया जा सकता है. तनिष्क आखिरी किस्त में 75 फीसदी तक छूट दे सकता है.