नई दिल्ली (एजेंसी). हरियाणा में जो विधायक बीजेपी के समर्थन में आए हैं, उनमें सबसे चौंकाने वाला नाम गोपाल कांडा का है. कई आरोपों से घिरे कांडा अपना आरएसएस से पुराना नाता बता भी रहे हैं. इस बीच एक बड़ी खबर समाने आई है, बीजेपी ने गोपाल कांड़ा से किनारा कर लिया है. सूत्रों के मुताबिक कांडा को बीजेपी सरकार में मंत्री पद नहीं मिलेगा.
बीजेपी में मौजूद उच्च सूत्रों ने बताया कि गोपाल कांड़ा को समर्थन अगर देना है तो वो राज्यपाल के पास जाकर चिट्ठी देंगे, उनके समर्तन की चिट्ठी बीजेपी के पास नहीं आने वाली है. ऐसी सूरत में वो किसे समर्थन देते हैं और किसे नहीं देते हैं उससे बीजेपी का कोई लेना देना नहीं है. जानकारी के मुताबिक गोपाल कांडा की सरकार में हिस्सेदारी नहीं होने वाली है.
पार्टी सूत्रों ने यह भी कहा कि वो कांडा किसके साथ कड़े होते हैं या नहीं होते हैं उनका अपना मसला होगा, इससे पार्टी को कुछ लेना देना नहीं है. पार्टी ऐसे दागदार चेहरों को अपने साथ चिपका कर नहीं रखना चाहती है. नैतिकता के मापदंडों बचाए रखने की जिम्मेदारी बीजेपी की भी है. इसलिए पार्टी ने उच्चतम स्तर पर फैसला लिया है कि गोपाल कांडा को सरकार में हिस्सेदारी नहीं दी जाएगी.
