नई दिल्ली (एजेंसी)। एक क्रिकेट मैच के दौरान हमें वो सबकुछ देखने को मिलता है जिसकी हमें उम्मीद नहीं होती। क्या करें खेल ही ऐसा है। लेकिन इससे भी बुरा तब हुआ जब एक अंडर 19 महिला टीम का स्कोर कुछ ऐसा था। 0,0,0,0,0,0,0,0,0,0. दरअसल अंडर 19 इंटर डिस्ट्रिक्ट टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा था जहां कसरगाड गर्ल्स की टीम का मैच वायनाड के साथ मल्लापुरम के पेरिंथलमन्ना स्टेडियम में खेला जा रहा था।
कप्तान अक्षता ने वायनाड के खिलाफ टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। लेकिन उन्होंने अपने सपने में भी कभी ये नहीं सोचा होगा कि उनकी पूरी टीम पिच पर बस कुछ ही देर की मेहमान है। जी हां, कसरगोड़ अंडर-19 महिला टीम सिर्फ 4 रन पर ऑलआउट हो गई। एक भी बल्लेबाज रन बनाने में कामयाब नहीं हुआ। चार रन भी विरोधी टीम की मेहरबानी से मिले। यह चार रन एक्स्ट्रा से आए। 5 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वायनाड की टीम ने पहले ही ओवर में लक्ष्य हासिल किया और 10 विकेट से जीत दर्ज की।
पता हो कि कसरगोड़ की ओपनर्स एस चैत्रा और के वीकशिथा कुछ ओवर क्रीज पर जमी रही, लेकिन वायनाड की कप्तान नित्या लूर्ध ने गेंदबाजी की कमान संभालते ही मैच का नक्शा बदल दिया। लूर्ध ने अपने पहले ही ओवर में तीन विकेट लिए और बाकी इतिहास है। बता दें कि ऐसे आंकड़े कम ही देखने को मिलते हैं लेकिन कसरगोड़ की महिला टीम के साथ जो हुआ वो हमेशा के लिए इतिहास में दर्ज हो चुका है।