नई दिल्ली(एजेंसी): बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान के हालिया तुर्की दौरे को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने निशाना साधा है. आरएसएस के मुखपत्र पांचजन्य में आमिर खान को लेकर एक आर्टिकल लिखा है. जिसमें आरएसएस ने कहा है कि आमिर खान ने तुर्की जाकर भारतवासियों की भावनाओं को ठेंगा दिखाया है. आमिर खान अपनी आने वाली फिल्म ‘लालसिंह चड्ढा’ की शूटिंग के लिए तुर्की गए थे.
पांचजन्य में लिखा है, ‘’जिस तरह आमिर खान तुर्की जाकर एक तरह से भारतवासियों की भावनाओं को ठेंगा दिखा रहे हैं, उसे समझने की जरूरत है. एक तरफ तो वह खुद को ‘सेक्युलर’ कहते हैं, पर दूसरी तरफ यही आमिर इस्राइल के प्रधानमंत्री के भारत आने पर उनसे मिलने से मना करते हैं.’’
पांचजन्य में आरएसएस ने आगे कहा है, ‘’अगर आमिर खुद को इतना ही सेक्युलर मानते हैं तो उस तुर्की जाकर शूटिंग करने की क्यों सोच रहे हैं, जो जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है.’
बता दें कि साल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी दोस्त कहे जाने वाले इजरायल की प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत आए थे. उन्हें एक ऐसे कार्यक्रम में हिस्सा लेना जहां उन्हें कई कालाकारों से मुलाकात करनी थी. इस कार्यक्रम में आमिर खान भी को भी बुलाया गया था, लेकिन वह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे. जिसके बाद उनपर सवाल उठने लगे थे.
गौरतलब कि भारत-पाकिस्तान मामलों में तुर्की हमेशा पाकिस्तान का समर्थन करता है. जब भारत ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाया था, तब तुर्की ने पाकिस्तान के साथ-साथ भारत का विरोध किया था. इस्लामिक देश होने की वजह से तुर्की भारत के विरोध में पाकिस्तान के हर गतिविधियों को समर्थन करता है.
बता दें कि 15 अगस्त की रात को तुर्की की पहली महिला यानि राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की पत्नि एमीन एर्दोगन ने ट्वीटर पर कई तस्वीरें शेयर की थी. इन तस्वीरों में वह राजधानी इस्तांबुल में आमिर खान के साथ बातचीत करती हुईं नजर आईं. इस ट्वीट में उन्होंने खुशी जताई की आमिर खान अपनी फिल्म की शूटिंग तुर्की के अलग-अलग इलाकों में करना चाहते हैं. इस ट्वीट के बाद आमिर भारत में कई लोगों के निशाने पर आए गए.