दिल्ली : अभिनेत्री से कातिल बनी मॉडल एंजेल गुप्ता मंजीत से न सिर्फ शादी करना चाहती थी, बल्कि वह उसके प्यार में इस कदर पागल थी कि उसके लिए हर काम के लिए तैयार थी। यहां तक कि पत्नी की हत्या के आरोपी बने मंजीत के लिए कॉलगर्ल भी बन गई थी। पुलिस की जांच में आया है कि मंजीत एक एस्कॉर्ट एजेंसी भी चलाता था और हाल के दिनों में एंजेल भी इस काम में उसकी पार्टनर बन गई थी। बता दें कि बवाना में बीते दिनों महिला टीचर संगीता की हत्या की गई थी, जिसमें मॉडल एंजेल सहित टीचर संगीता के पति को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस सूत्रों की मानें तो मुंबई में रहने के दौरान एंजेल गुप्ता और मंजीत की कई ऐसी लड़कियों से भी जान-पहचान हो गई थी, जो फिल्म इंडस्ट्री में फ्लॉप होने के बाद एस्कॉर्ट (देह व्यापार) के धंधे में उतर गई थीं। पुलिस का कहना है कि ग्राहकों की डिमांड पर ऐसी लड़कियों को मंजीत और संजीव गुप्ता एंजेल गुप्ता के जरिए दिल्ली बुलाते थे। उन्हें होटल और फार्म हाउस में भेजा जाता था। पुलिस को इन तीनों के मोबाइल डाटा और कई डायरियों में ऐसे ढेरों नंबर मिले हैं, जिन पर लगातार बात होती थी। पुलिस इन नंबरों को खंगाल रही है।
तीन मामलों में शामिल रहा है मंजीत
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मंजीत पहले भी तीन बार पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। उस पर मानव तस्करी, धमकी और धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। इनमें 2002 में अलीपुर, 2008 में प्रशांत विहार और 2016 में मंगोलपुरी इलाके में दर्ज हैं। प्रशांत विहार मामले में वह पकड़ा भी जा चुका है। प्रशांत विहार मामले की फाइल दोबारा से खोली जा रही है और उसके बाकी गैंग के बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
रानी बाग में फ्लैट लेकर रहे थे एंजेल और मंजीत
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मॉडल एंजेल गुप्ता और मंजीत काफी समय तक रानी बाग इलाके में रहे थे। मंजीत ने रानी बाग इलाके में एक किराए पर फ्लैट ले रखा था। इसमें दोनों काफी समय तक एक साथ रहे थे, जिसके बारे में संगीता को पता नहीं चल सका था। मंजीत दिल्ली से बाहर जाने का बहाना बनाकर रानी बाग में उसके साथ रहता था। संगीता को उस पर शक होता था, लेकिन मंजीत ने यह बात अपनी पत्नी से छिपाए रखी थी।
एंजेल की डायरी बयां करती है उसका हर सच
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस बार करवा चौथ पर मंजीत संगीता के साथ बवाना स्थित घर पर ही था। लेकिन इससे पहले दो से तीन बार मंजीत ने करवा चौथ एंजेल के साथ ही मनाई थी। इस बार एंजेल से इस बात को लेकर झगड़ा भी हुआ था। इस बार करवा चौथ वाले दिन एंजेल ने मंजीत को कई बार फोन व वीडियो कॉल भी किया था, जिसे लेकर संगीता की मंजीत से बहस हुई थी। संगीता ने यह बात अपनी डायरी में भी लिखी है। डायरी में संगीता ने अपने मारे जाने की बात को लेकर भी शक जाहिर किया है।
मिस कॉल कर दिया था निकलने का इशारा
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 23 अक्टूबर को एंजेल और मंजीत आखिरी बार मिले थे। इसी दिन संगीता को मारने की योजना बनाई गई थी। दोनों ने उसी दिन संगीता का रूटमैप भी तैयार कर लिया था। वारदात वाले दिन सुबह संगीता जब अपनी स्कूटी से स्कूल के लिए निकली तो मंजीत ने ड्राइवर दीपक को अपने फोन से मिस कॉल मार दी। यह मिस कॉल इस बात का इशारा था कि संगीता घर से निकल चुकी है। दीपक मेरठ के रहने वाले तीन सुपारी किलर के साथ कार लेकर रास्ते में खड़ा था। जैसे ही संगीता वहां पहुंची, उस पर गोलियां बरसा कर उसे मौत के घाट उतार दिया गया। वारदात के बाद दीपक ने मंजीत को मिस कॉल दी, जिसका मतलब था कि काम हो गया है, यानी संगीता को मार दिया गया है।
इरोज होटल में हुई थी पहली मुलाकात
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों की मुलाकात 2012 में इरोज होटल के एक क्लब में हुई थी। दोनों ने पहली बार में ही एक-दूसरे के फोन नंबर ले लिए थे। इसके बाद मंजीत अक्सर एंजल से मिलने मुंबई जाता रहता था। संगीता को वह बताता था कि वह प्रॉपर्टी के काम से जा रहा है।