नई दिल्ली(एजेंसी): टाइम मैगजीन ने हर साल की तरह 2020 के लिए दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची जारी की है. इस सूची में एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम शामिल किया गया है. वो इस सूची में शामिल होने वाले इकलौते भारतीय नेता हैं. इसके अलावा इस लिस्ट में आयुष्मान खुराना का भी नाम है और वो इसमें आने वाले इकलौते भारतीय एक्टर है. इसके अलावा गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, लंदन में रहने वाले भारतीय मूल के डॉक्टर रवींद्र गुप्ता और शाहीन बाग आंदोलन से चर्चा में आईं बिल्किस दादी का नाम भी लिस्ट में शामिल है.
बिजनेस जगत से शामिल भारतीयों में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई का नाम इस लिस्ट में है और वो दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में हैं. साफ तौर पर सुंदर पिचाई का नाम इस लिस्ट में शामिल होना भारतीयों के लिए काफी गर्व का विषय है. सुंदर पिचाई अल्फाबेट के सीईओ भी हैं और हाल ही में गूगल ने ‘गूगल फॉर इंडिया डिजिटलीकरण कोष’ की घोषणा की थी. गूगल इस पहल के तहत अगले पांच से सात साल में भारत में 10 अरब डालर यानी 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.
42 साल की उम्र में सुदंर पिचाई गूगल के सीईओ बन गए थे और आज सफ़लता के शिखर पर विराजमान और मंहगी सैलरी पाने वाले सुंदर पिचाई का आरंभिक जीवन मदुरै में गुजरा है. साल 1972 में तमिलनाडु के मदुरै में सुंदर पिचाई का जन्म हुआ और उन्होंने चेन्नई से दसवीं तक की पढ़ाई करने के बाद और फ़िर बाद में IIT खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की.
सुंदर पिचाई के पिता ब्रिटिश कंपनी जीईसी में इंजीनियर थे. सुंदर पिचाई ने 17 साल की उम्र में आईआईटी की प्रवेश परीक्षा पास की. सुंदर पिचाई ने खड़गपुर से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई (1989-93) के दौरान पूरी की. वो हमेशा अपने बैच के टॉपर रहे. फाइनल एग्जान में उन्होंने अपने बैच में टॉप किया और रजत पदक हासिल किया था.आईआईटी में पढ़ाई खत्म करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय गए. सुंदर पिचाई बीते 15 साल से गूगल में नौकरी कर रहे हैं और दुनिया की सबसे मूल्यवान टेक कंपनी गूगल के सीईओ के तौर पर करोड़ों भारतीयों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं.