मुंबई (एजेंसी)। रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) को कंपनी के इतिहास का सबसे बड़ा निवेश मिला है। दरअसल, RIL के ऑयल और केमिकल डिविजन में सऊदी अरब की कंपनी “सऊदी अरामको” 20 फीसदी का निवेश करेगी। यह जानकारी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने दी। एनुअल जनरल मीटिंग को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने बताया कि विदेशी निवेश के मामले में हमने एक नया मुकाम हासिल किया है। मुकेश अंबानी के मुताबिक RIL ने सऊदी अरामको के साथ करार किया है। इसके लिए वह 75 बिलियन डॉलर खर्च करेगी।
मुकेश अंबानी ने मोदी सरकार के 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लक्ष्य पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत की इकोनॉमी में थोड़ी सुस्ती है लेकिन यह अस्थायी है। पिछले दिनों पीएम मोदी ने भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य रखने की बात कही। यह आगे मुमकिन होता दिख रहा है।
– मुकेश अंबानी ने कंपनी के अलग-अलग सेग्मेंट ग्रोथ की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ऑयल एंड गैस के अलावा जियो और रिटेल ग्रोथ के प्रमुख इंजन हैं। रिलायंस के रिटेल बिजनेस और जियो ने आलोचकों को गलत साबित किया। ये दोनों अपने- अपने सेग्मेंट में टॉप 10 कंपनियों में शामिल हैं।
– रिलायंस की योजना विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) स्थित केवल निर्यात रिफाइनरी की रिफाइनिंग क्षमता को मौजूदा 3.52 करोड़ टन से बढ़ाकर 4.1 करोड़ करोड़ टन करने की है। उसकी देश में कोई नई रिफाइनरी लगाने की योजना नहीं है। बता दें कि रिलायंस गुजरात के जामनगर में दो रिफाइनरियों का परिचालन करती है, जिनकी कुल क्षमता 6.82 करोड़ टन सालाना की है। फिलहाल कंपनी का ध्यान वर्तमान में अपने पेट्रोरसायन और दूरसंचार कारोबार का विस्तार करने पर है।
-रिलायंस इंडस्ट्रीज कस्टम और एक्साइज ड्यूटी देने वाली प्राइवेट सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी है। कंपनी ने इसके लिए 26 हजार 379 करोड़ रुपये चुकाए हैं।
-रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 67 हजार 320 करोड़ रुपये जीएसटी पर खर्च करने पड़े हैं। इसी तरह इनकम टैक्स की बात करें तो कंपनी ने 12 हजार 191 करोड़ रुपये दिए हैं।
– रिलायंस के ऑयल टू केमिकल बिजनेस की बात करें तो 5.7 लाख करोड़ का रेवेन्यू मिला है। वहीं कंपनी ने 2.2 लाख करोड़ का एक्सपोर्ट किया है।
– मुकेश अंबानी ने एजीएम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “मैं पीएम मोदी को धन्यवाद कहना चाहता हूं कि वह अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल साउद के साथ मिलकर ऑयल और गैस सेग्मेंट में नए विजन पर काम कर रहे हैं।”