पटना : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का जवाब देते हुए कहा कि वे बिहार आये थे तो उनको विशेष पैकेज, विशेष राज्य का दर्जा, बेरोजगारी, कारखाने पर बोलना चाहिए था. उन्होंने इस बारे में बात नहीं की. इस तरह की बात अगर मेरे बारे में प्रधानमंत्री कर रहे हैं तो जनता सब जानती है. प्रधानमंत्री को मुद्दे पर बोलना चाहिए था. उन्होंने कहा कि हमारे विरोध में भारत सरकार, बिहार सरकार और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है. हमारे पीछे तीस- तीस हेलीकॉप्टर लगे हैं.
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दरभंगा में आयोजित चुनावी सभा में तेजस्वी यादव को ‘जंगलराज का युवराज’ बताया था. इसी बयान पर पलटवार करते हुए तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि वो देश के प्रधानमंत्री हैं, कुछ भी कह सकते हैं. वो मोतिहारी भी गये थे, शुगर मिल के बारे में उन्होंने कहा था कि यहीं के चीनी की वो चाय पियेंगे, इसपर भी उन्होंने कुछ नहीं कहा.
28 अक्टूबर को 71 सीटों के लिए हुए पहले चरण के मतदान पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि पहले चरण के चुनाव में जनता में उत्साह था. लोगों ने बेरोजगारी के मुद्दे को पकड़कर रखा. पलायन, गरीबी बेरोजगारी पर मतदाताओं ने वोट डाला है, इसके लिए उनको नमन है. उन्होंने आगे कहा कि सरकारी विभागों में होने वाले भ्रष्टाचार के खिलाफ भी मतदाताओं ने मतदान किया है. सभी जाति, धर्म, वर्ग के लोग मतदान में उत्साहित नजर आये हैं.
तेजस्वी यादव ने सत्ताधारी दल पर आरोप लगाया कि ये लोग मुद्दे की बात नहीं करते हैं. यह चुनाव मोदी जी- राहुल जी और नीतीश जी- तेजस्वी के बीच की नहीं है. लोगों का भविष्य तभी सुधरेगा जब मुद्दे की बात होगी. ना कि एक- दूसरे को गाली देने से. उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के लोग हों या नीतीश जी हों, इनलोगों ने मर्यादा का स्तर गिरा दिया है. जनता सब देख रही है.