मुंबई: देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी एलआईसी को वित्त वर्ष 2019-20 में नये कारोबार के मामले में अच्छी सफलता हासिल हुई है. वर्ष के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी के पहले साल का नया बीमा प्रीमियम 25.2 फीसदी बढ़ा है जबकि निजी क्षेत्र की कंपनियों ने इस मामले में कुल मिलाकर 11.64 फीसदी वृद्धि हासिल की है.
वित्त वर्ष में मार्च महीने का अंतिम पखवाड़ा बीमा कंपनियों के लिये कारोबार के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होता है, लेकिन पिछले वित्त वर्ष में यह पखवाड़ा कोविड- 19 महामारी के कारण लगाये गये लॉकडाउन की भेंट चढ़ गया. इसके बावजूद जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने नई बीमा पॉलिसी से मिलने वाले पहले साल के प्रीमियम राशि में 25.2 फीसदी की वृद्धि हासिल की है.
यही नहीं जीवन बीमा कारोबार में उसकी हिस्सेदारी भी बढ़ी है. पॉलिसी की संख्या के हिसाब से बाजार में उसकी हिस्सेदारी 1.19 फीसदी बढ़कर 75.90 फीसदी रही जबकि पहले साल की प्रीमियम राशि के हिसाब से उसकी हिस्सेदारी 2.50 फीसदी बढ़कर 68.74 फीसदी पर पहुंच गई.
एलआईसी ने यह जानकारी देते हुये कहा कि जहां तक नई पॉलिसी बेचने की बात है वित्त वर्ष 2019-20 में उसने पिछले छह साल में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है. इस दौरान उसने 2.19 करोड़ बीमा पॉलिसी बेचीं और इन पर उसकी पहले साल की प्रीमियम आय बढ़कर 51,227 करोड़ रुपये रही. वित्त वर्ष के दौरान एलआईसी ने पिछले छह साल के दौरान सबसे अधिक पॉलिसी होने का भी दावा किया है.
कंपनी ने कहा है कि उसके पेंशन और समूह योजनाओं के वर्ग में 2019- 20 के दौरान एक लाख करोड़ रुपये का प्रीमियम जुटाने के साथ उसने नया रिकार्ड बनाया है. एलआईसी ने समूह योजनाओं के तहत वर्ष के दौरान कुल 1,26,749 करोड़ रुपये का नया प्रीमियम जुटाया जबकि इससे पिछले साल इसके तहत 91,179 करोड़ रुपये का प्रीमियम जुटाया गया था. इस वर्ग में कंपनी का बाजार हिस्सा 78 फीसदी से बढ़कर 80.54 फीसदी हो गया