ज्योतिषाचार्य डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे
(अविरल समाचार) जन्माष्टमी की रात्रि 12 बजे शुक्र प्रधान वृषभ लग्न और पराक्रम भाव में बैठे शुक्र की उपस्थिति में जन्माष्टमी मनाई जायेगी। शुक्र, धन धान्य और ऐश्वर्य प्रदाता ग्रह है। भगवान श्रीकृष्ण का विधिवत श्रृंगार, पूजन इत्यादि कर के यदि राशी के अनुसार भोग लगाया जाये तो निश्चित ही जीवन को एक नई दिशा मिलेगी।
मेष : लड्डू और अनार का भोग लगाएं रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे।
वृषभ : रसगुल्ले का भोग लगाएं तो हर मनोकामना पूर्ण होगी।
मिथुन :काजू की मिठाई अर्पित करें। इससे धन लाभ होगा।
कर्क : नारियल की बर्फी और नारियल का भोग लगाएं। पारीवारिक सुख बढेगा।
सिंह : गुड़ व बेल का फल भोग में चढ़ाएं। व्यवसाय में लाभ होगा।
कन्या : तुलसी के पत्ते और हरे फल का भोग लगाएं। आवास के समस्या हल होगी।
तुला : कलाकंद और सेब का भोग लगाएं।सभी समस्याओं का समधान होगा।
वृश्चिक : गुड़ की मिठाई का भोग लगाएं। लोकप्रियता बढेगी।
धनु : कोई बेसन की मिठाई का भोग लगाएं। सौभाग्य में वृद्धि होगी।
मकर : गुलाब जामुन और काले अंगूर का भोग लगाएं। न्याय मिलेगा।
कुंभ : पिसा धनिया और शक्कर तथा चीकू चढ़ाएं। स्थिरता आयेगी।
मीन : जलेबी और केले का भोग लगाएं। रुके हुए काम शीघ्र पूरे होंगे।