असम: NRC के दो अधिकारी घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, आज कोर्ट में पेशी

गुवाहाटी (एजेंसी)। असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजनशिप (एनआरसी) के दो अधिकारियों को घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है। दोनों अधिकारियों को डायरेक्टोरेट ऑफ विजिलेंस एंड एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार किया है।

गुवाहाटी स्थित सचिवालय से 200 मीटर की दूरी पर गणेशगुड़ी स्थित दिसपुर एनआरसी केंद्र नंबर 8 के कार्यालय में ये घटना सामने आई है। रजिस्टर ऑफ सिटिजनशिप (एनआरसी) के दोनों अधिकारियों को उस वक्त घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा गया, जब वह एनआरसी ड्राफ्ट में नाम शामिल करने के लिए एक व्यक्ति से दस हजार रुपए ले रहे थे। जिन एनआरसी अधिकारियों को घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है उनके नाम शाहजहां और राहुल परासर है, दोनों अधिकारियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।

एंटी करप्शन ब्यूरो ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि गणेशगुड़ी स्थित दिसपुर एनआरसी सेवा केंद्र संख्या 8 के दो अधिकारियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। सैय्यद शाहजहां फील्ड लेवल अफसर हैं और राहुल परासर असिस्टेंट लोकल रजिस्ट्रार ऑफ सिटीजन रजिस्ट्रेशन के पद पर कार्यरत है। दोनों अधिकारियों ने शिकायतकर्ता का नाम एनआरसी ड्राफ्ट में नहीं होने पर, उनसे एनआरसी ड्राफ्ट में नाम को शामिल करने के लिए 10 हज़ार रुपये की रिश्वत की मांग की थी।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशनुसार आगामी 31 जुलाई के अंदर असम में एनआरसी का फाइनल और सम्पूर्ण ड्राफ्ट प्रकाशित होने जा रहा है। इसे लेकर पहले चरण में ड्राफ्ट से बाहर किए असम के 40 लाख आवेदकों को असम में निवास कर रहे भारतीय नागरिकता के प्रमाण के लिए 25 मार्च, 1971 या उससे पहले के किसी भी सरकारी दस्तावेज के साथ आवेदन करने का दोबारा मौका दिया गया था। सूत्रों के अनुसार लगभग 15 लाख आवेदकों का नाम फाइनल ड्राफ्ट से भी कटने के आसार बताए जा रहे हैं।

एनआरसी के मुद्दे को लेकर काफी समय से विवाद बना हुआ है। असम में एनआरसी का लोग विरोध कर रहे हैं। असम में रहने वाले कई नागरिकों का नाम एनआरसी में शामिल नहीं किया गया है, जिसकी वजह से एनआरसी विवाद के पचड़े में फंसा हुआ है। आम लोगों के अलावा कारगिल युद्ध में लड़ने वाले सेना के अधिकारी का भी नाम एनआरसी में शामिल नहीं है।

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