अलीगढ़ (एजेंसी)। अलीगढ़ में हुई जघन्य वारदात का तीसरा आरोपी भी गिरफ्तार हो गया है। तीसरे आरोपी का नाम मेहंदी हसन है जो जाहिद का भाई है। जिस दिन बच्ची का शव मिला था उसी दिन मेहंदी हसन को भीड़ ने पकड़ा था लेकिन वह भाग जाने में कामयाब हो गया था। पुलिस के अधिकारी लगातार इस मामले में अपडेट ले रहे हैं और जांच रिपोर्ट्स की समीक्षा कर रहे हैं। दूसरी ओर अलीगढ़ बार एसोसिएशन में आरोपियों का केस नहीं लड़ने का फैसला किया गया है।
ढाई साल की मासूम बच्ची की हत्या के मामले में अलीगढ़ बार एसोसिएशन ने आरोपियों का केस नहीं लड़ने का फैसला किया है। एसोसिएशन के सचिव अनूप कौशिक ने बताया कि बार एसोसिएशन की मीटिंग में ये फैसला लिया गया है कि कोई भी अधिवक्ता आरोपियों का केस नहीं लड़ेगा बल्कि उनको फांसी तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा।
अलीगढ के सांसद सतीश गौतम ने कहा कि पहले तो मैं इस घटना की निंदा करता हूँ। हमने बच्ची का पोस्टमार्टम पैनल से कराया, सैम्पल आगरा जांच के लिए भी भेजा गया है, जो भी तथ्य निकल कर आएगा उस पर कार्रवाई की जायेगी। पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा है। रात दो बजे तक कप्तान दबिश दे रहे हैं। इसमें जो भी दोषी होगा सख्त से सख्त सजा दिलवाई जायेगी।
उन्होंने कहा कि जो लोग ट्विटर और फेसबुक चला रहे हैं उनसे निवेदन है कि बच्ची का फोटो या परिवार का फोटो अपडेट न करें। इसमें कोई राजनीति न करे। पुलिस अपना काम सही कर रही है, दो से तीन दिन के अंदर रिजल्ट सामने होगा। बच्ची के परिजन पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट हैं।
गौतम ने कहा कि प्रदेश सरकार की तरफ से परिवार को सहायता दी गई है और यदि परिवार के पास पैसे न हुए तो मैं अपनी सैलरी से केस लड़वाउंगा। हमारे कई मंत्रियों ने बच्ची के परिजनों को मदद पहुँचाने को कहा है।
अलीगढ़ में ढाई साल की मासूम की निर्मम हत्या को लेकर पूरे देश में आक्रोश फैला हुआ है। कई शहरों में लोगों ने कैंडिल मार्च निकाला और अपने गुस्से व दुख का इजहार किया। नोएडा के अलावा लखनऊ में भी लोगों ने कैंडिल मार्च निकाला। इन लोगों ने आरोपियों के लिए सख्त सजा की मांग की।