अलवर (एजेंसी)। अलवर के पास एक पति और पत्नी बाइक से जा रहे थे कि अचानक उन्हें दो बाइक पर सवार 5 लोगों ने घेर लिया। पहले ये लोग उन्हें रोड से अलग एक सुनसान जगह पर ले गए और फिर पति की आंखों के सामने ना सिर्फ़ उसकी पत्नी से ज़्यादती की, उसका गैंगरेप किया, बल्कि अपनी इस काली करतूत का वीडियो भी बना लिया। ताकि इस वीडियो के ज़रिए उन्हें धमकाया भी जाए और ब्लैकमेल भी किया जाए।
अपने ससुराल लालवाड़ी से निकलकर लड़का अपनी पत्नी को लेकर तालवृक्ष अपने घर की तरफ जा रहा था। थानागाजी-अलवर बाईपास रोड पर दुहार चौगान वाले रास्ते से अभी कुछ ही दूर पहुंचा था कि अचानक दो बाइक पर सवार 5 लड़के उनकी बाइक के आगे पीछे चलने लगे। सभी लड़कों की उम्र 20 से 25 साल के बीच थी। कुछ देर परेशान करने के बाद बदमाशों ने पीड़ित पति पत्नी की बाइक के आगे बाइक लगाकर उन्हें रोक लिया।
थानागाजी-अलवर बाईपास रोड पर रेतों के बड़े-बड़े टीलें हैं। जिनके अंदर क्या हो रहा है ये रोड से बिलकुल भी नज़र नहीं आता है। टीलों के बीच लाकर 5 वहशियों ने पति के साथ जमकर मारपीट की। फिर उसे बंधक बना लिया। और फिर उसी की आंखों के सामने उसकी पत्नी का गैंगरेप किया गया।
वीडियो वायरल होने के डर से पति गैंगरेप पीड़ित पत्नी के साथ चार दिनों तक अपने ही घर में कैद रहा। मगर, आख़िरकार वो भी हो गया, जो कतई नहीं होना चाहिए था। गैंगरेप का ये वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
उस वीडियो में एक पति है उसकी पत्नी है और उन्हें घेरे हुए पांच वहशी हैं। एक सुनसान इलाके पर इन गुंडों ने इस जोड़े को घेर रखा है। एक ने पति ने गिरेबान को दबोच रखा है। तो दूसरे ने पत्नी का। साथ और तीन आरोपी हैं। जिसने पति का गिरेबान पकड़ा हुआ है वो लाल टी-शर्ट में था। जिसने पत्नी के गिरेबान को दबोचा हुआ वो पिंक शर्ट में था। और तीसरा हरी टी-शर्ट में नज़र आ रहा था। उनका एक साथी इस पूरी वारदात का वीडियो बना रहा था। जबकि पांचवां साथी नीली टीशर्ट में दिखाई दे रहा था।
पांचों दरिंदों को शक था कि गांव का ये जोड़ा बिना शादी के साथ घूम रहा है। जबकि वो दोनों शादीशुदा है। वीडियो में बहस के दौरान बार-बार ये जोड़ा कह रहा है कि अगर उन्हें शक़ है तो वो उनके घरवालों से बात कर लें। मगर ये पांचों लड़के के सामने लड़की के साथ ज़्यादती करने पर आमादा थे। चंद लम्हों के बाद इन वहशियों ने पति के सामने उसकी पत्नी के साथ एक-एक करके गैंग रेप किया। और उसका वीडियो भी बना लिया। पति बार-बार पत्नी को छोड़ने की गुहार लगा रहा था। मगर ये वहशी मानने को तैयार नहीं थे। उलटा उसे डंडों से पीटते जा रहे थे।
करीब तीन घंटे तक ये वहशी बेबस लड़की से बलात्कार करते रहे। और जब उन्हें लगा कि इन्हें ज़िंदा छोड़ना उनके लिए खतरनाक हो सकता है तो उन्हें धमकाने लगे कि वीडियो वायरल कर देंगे। इतना ही नहीं पीड़ित लड़के के पर्स से जाते जाते पैसे भी ले गए। और वीडियो वारयल ना करने के लिए 10 हज़ार रुपये बाद में देने को भी कह गए।
वारदात के बाद पति और पत्नी इस कदर सदमे में चले गए कि पुलिस के पास जाने के बजाए घर जाकर खामोश बैठ गए। फिर दो तीन दिन खामोश रहने के बाद पति और पत्नी ने तय किया कि वो अब चुप नहीं बैठेंगे और आरोपियों को सज़ा दिलाकर रहेंगे। तब जाकर कही ये वहशियाना गैंगरेप की वारदात दुनिया के सामने आई। 26 अप्रैल को हुई वारदात पर 30 अप्रैल को पीड़ित पति पत्नी एसपी के पास पहुंचे। वहां उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई। एसपी साहब ने कार्रवाई का आश्वासन तो दिया मगर इसके बावजूद एफआईआर दर्ज करने में अलवर की थाना गाजी पुलिस को दो दिन लग गए। पुलिस के ने घटना के 12 दिन बाद अब जाकर 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर ही लिया है। जबकि वारदात को अंजाम देने वाले कोई पेशेवर बदमाश नहीं बल्कि 20 से 25 साल के कुछ ऐसे लड़के हैं। जिन्होंने राजस्थान पुलिस की नाक में दम कर रखा था।
घटना के बाद पीड़िता को एक आरोपी ने फोन कर बताया कि उसके बाद उस वारदात के करीब 11 वीडियो हैं। हालांकि आरोपियों ने सारे वीडियो लीक नहीं किए। लिहाज़ा पुलिस ने पकड़े गए युवकों के मोबाइल ज़ब्त कर बाकी वीडियो के लीक होने की गुंजाइश को खत्म कर दी है। हादसे के बाद दोनों पति और पत्नी इस कदर सदमे में हैं कि घर के अंदर ही खुद को कैद कर रखा है। हालांकि लोगों की हमदर्दी और भारी समर्थन के बाद उन्हें भी हौंसला मिल रहा है।