
रायपुर (अविरल समाचार)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सुशासन को लेकर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। रविवार को जहाँ राज्य के कलेक्टरों की क्लास लगाई तो आज जिलों के एसपी कानून व्यवस्था को लेकर निशाने पर है। सोमवार को कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस में कानून व्यवस्था से जुड़े अहम मुद्दों पर अफसरों को कड़े निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में साइबर क्राइम, नशे का कारोबार और सड़क दुर्घटनाएं चिंता का विषय हैं। अब इन पर तेजी से और सख्ती से कार्रवाई की जरूरत है।
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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि साइबर अपराधी हर दिन नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसे में लोगों को सतर्क रखना जरूरी है। साइबर अपराध के खिलाफ लगातार जनजागरूकता अभियान चलाएं । हेल्पलाइन नंबर 1930 का प्रचार-प्रसार हर स्तर पर हो, 5 साइबर थाने रेंज स्तर पर चल रहे हैं, जल्द ही 9 और खुलने जा रहे हैं। पुलिस, शिक्षा और जनसंपर्क विभाग मिलकर करें इस दिशा में काम करें।
नशे के खिलाफ चलेगा बड़ा अभियान
सीएम ने साफ कहा कि नशा सिर्फ एक बीमारी नहीं, कई अपराधों की जड़ है। उन्होंने कहा कि:
अंतरराज्यीय बॉर्डर पर निगरानी बढ़ाई जाए
> NDPS एक्ट के मामलों में समय पर कार्रवाई हो
> युवाओं को जागरूक करने के लिए स्कूल-कॉलेजों में कैंप लगें
> समाज और प्रशासन मिलकर बनाएं नशामुक्त माहौल
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सड़क हादसों पर जीरो टॉलरेंस
मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा को लेकर भी अधिकारियों को चेताया और कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सड़क हादसों को लेकर ये हैं साय के निर्देश :
> हेलमेट और सीट बेल्ट न पहनने वालों पर सख्त कार्रवाई
> नशे में वाहन चलाने वालों को कानून का डर हो
> ब्लैक स्पॉट की पहचान कर तुरंत सुधार कार्य हो
> ट्रैफिक नियमों पर लोगों को जागरूक करें
मुख्यमंत्री साय ने अफसरों को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि इन तीनों मोर्चों पर लापरवाही नहीं चलेगी। लोगों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और जागरूकता को सर्वोपरि रखते हुए हर जिले में इन निर्देशों का पालन हो, यही सरकार की प्राथमिकता है।
उल्लेखनीय हैं कि रविवार को मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कलेक्टरों की भी बैठक ली थी जिसमे आवश्यक दिशा-निर्देश सुशासन को लेकर दिए थे। और पूर्व में दिए गए आदेशों की भी समीक्षा की थी।
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