मुंबई (एजेंसी)। मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसटी) रेलवे स्टेशन के पास बड़ा दर्दनाक हादसा हुआ। गुरुवार शाम करीब 7.30 बजे सीएसटी रेलवे स्टेशन पर जाने वाले एक फुटओवर ब्रिज का आधा हिस्सा भरभरा कर गिर गया। इस हादसे में 6 की मौत हो गई और 34 लोग घायल हुए हैं। मृतकों में अब तक पांच लोगों की शिनाख्त हो गई है, जिसमें अपूर्वा प्रभु (35), रंजना कांबले (45), जाहिद (32), भक्ति शिंदे (40) और तापेंद्र सिंह (35) शामिल हैं। मृतक दोनों महिलाएं जीटी अस्पताल में काम करती थीं।
40 साल पुराना फुटओवर ब्रिज मुंबई महानगरपालिका द्वारा बनाया गया था। इसके जरिए सड़क पार कर सीएसटी स्टेशन जाया जाता है। जिस वक्त हादसा हुआ उस समय ब्रिज पर काफी भीड़ थी। वहीं, सड़क मार्ग पर भी वाहनों का आना जाना जारी था। रात का वक्त होने के कारण लोग अपने दफ्तरों से निकलकर घर जा रहे थे।
इसी दौरान ब्रिज का आधा हिस्सा गिर गया। जो ब्रिज पर थे वे धड़ाम से नीचे गिर गए और मलबे के गुबार में दब गए। हादसे के बाद पुलिस और फायरब्रिगेड की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। मलबे में दबे लोगों को सेंट जार्ज और जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसे को लेकर रेलवे मंत्रालय ने कहा कि ब्रिज बीएमसी के अंतर्गत आता है। हम घायलों की हर संभव सहायता कर रहे हैं। रेलवे के डॉक्टर और अधिकारी राहत व बचाव कार्य में बीएमसी की मदद कर रहे हैं।
बड़ी बात यह है कि केवल 6 महीने पहले हुए स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट में इस पुल को प्रयोग के लिए फिट घोषित किया गया था। इस त्रासदी ने सर्वेक्षण की गुणवत्ता पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। दो वर्ष पहले नगर पालिका द्वारा नियुक्त ठेकेदारों ने मुंबई के सभी 314 पुलों, सबवे और स्काईवॉक का ऑडिट किया था। हादसे के बाद बीएमसी कमिश्नर ने इस पुल के स्ट्रक्चरल ऑडिट से जुड़े सभी दस्तावेजों को जब्त करने का आदेश दिया है। दस्तावेजों को देखने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।