रायपुर (अविरल समाचार) : स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की अपील को नंजरअंदाज करते हुए नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदेश के लगभग 13 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मी शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इन संविदा कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से कोरोना जांच एवं कोरोना मरीज की देखभाल के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्य सेवाओं पर विपरित प्रभाव पड़ने की आशंका है.
एनएचएम संविदा स्वास्थ्यकर्मी संघ के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत शर्मा ने कहा कि इस पेंडेमिक सिचुएशन में हम अपना सर्वस्व दे रहे हैं. अपनी जान की परवाह किये बिना हम ड्यूटी कर रहे हैं. हमें किसी प्रकार की सुरक्षा प्राप्त नहीं है, चिकित्सकीय सुविधाए भी प्राप्त नहीं है, फिर भी अनवरत रूप से अपनी सेवाएं दे रहे हैं. कई साथियों की मौत हो चुकी है, कई कोरोना पॉजिटिव हो चुके है.
हेमंत शर्मा ने कहा कि आपने शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया है, आप भवन निर्माण करा रहे हैं, एनएचएम कर्मचारियों के भविष्य का भी आप सुरक्षित कीजिये और नियमितीकरण का उपहार हमें दीजिये, अपने घोषणा पत्र के वादों को पूरा कीजिये. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार नियमितीकरण की मांग पूरा नहीं करती तब तक हम हड़ताड़ जारी रखेंगे. एस्मा लगा हुआ है, और यदि सरकार हमे जेल भेजती है तो हम जेल भरो आंदोलन भी करेंगे और भूख हड़ताल को मजबूर होंगे.