नई दिल्ली(एजेंसी): आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में लिए गए निर्णयों का ऐलान कर दिया गया है. आरबीआई ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट 4% और रिवर्स रेपो रेट 3.3% पर बरकरार है.
लॉकडाउन के कारण मांग में कमी के बावजूद मांस, मछली, खाद्यान्न और दालों की कीमतों में भारी उछाल आया. इसके कारण उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति (रिटेल इन्फ्लेशन) जून में 6.09 प्रतिशत पर पहुंच गई. इसके कारण आरबीआई पर महंगाई दर को काबू में रखने का अतिरिक्त दबाव है.
रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति निर्धारित करते समय मुख्य रूप से सीपीआई पर गौर करता है. फिक्की के विशेषज्ञों का कहना है कि खुदरा महंगाई दर बढ़ने के कारण आरबीआई के लिए इकोनॉमिक ग्रोथपर फोकस करना सबसे बड़ी चुनौती होगी. मार्च और मई 2020 के अंत में हुई बैठकों में रेपो दर में कुल 1.15 प्रतिशत की कटौती की जा चुकी है. इससे पहले फरवरी 2019 से अब तक रेपो दर में 2.50 प्रतिशत तक कटौती की जा चुकी है.