नई दिल्ली(एजेंसी): सरकारी बैंकों की होम लोन दरें काफी कम हो गई हैं. ज्यादातर सरकारी बैंक 6 से 7 फीसदी ब्याज दर पर होम लोन दे रहे हैं. यह कई दशकों का सबसे कम रेट है. सरकारी बैंकों की ओर से होम लोन पर इंटरेस्ट घटाए जाने के बाद प्राइवेट बैंक भी रेट घटाने की दौड़ में शामिल हो सकते हैं.ये सस्ते लोन उन ग्राहकों को ऑफर किए जा रहे हैं जिनका क्रेडिट 700 या इससे ऊपर है. अन्य ग्राहकों को आधा फीसदी ज्यादा में लोन दिया जा रहा है.
गुरुवार को एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस ने होम लोन पर इंटरेस्ट रेट घटा कर 6.90 फीसदी कर दिया. इससे पहले एसबीआई ने इंटरेस्ट रेट घटा कर 6.95 फीसदी कर दिया था. अब यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से लेकर एसबीआई ने होम लोन की ब्याज दरों में कटौती कर दी है. सरकारी बैंकों की ओर से होम लोन की ब्याज दरों में कटौती के बाद अब निजी बैंक भी होम लोन रेट में कटौती की शुरुआत कर सकते हैं. सरकारी बैंक के होम लोन की ब्याज दरों में यह कटौती पिछले कई दशकों का सबसे कम रेट है.
यूनियन बैंक ने होम लोन की फ्लोटिंग रेट 6.7 फीसदी रखी है.. बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ब्याज दरें 6.85 फीसदी है. बैंकों के पास लिक्विडिटी की इस वक्त कोई कम नहीं है. जबकि दूसरी ओर रियल एस्टेट सेक्टर में मांग नहीं के बराबर है. कोरोनावायरस संक्रमण की वजह से मकानों की बिक्री भी घट कर नहीं के बराबर रह गई है. लिहाजा रियल एस्टेट सेक्टर में मांग पैदा करने के लिए सरकारी बैंक इतने सस्ते होम लोन रेट ऑफर कर रहे हैं.
सरकार इकनॉमी को पटरी पर लाने के लिए रियल एस्टेट समेत कई सेक्टरों में मांग पैदा करने की कोशिश कर रही है. दूसरी ओर, बैंकों के पास लिक्विडिटी की कमी नहीं होने की वजह से वे सस्ता लोन भी ऑफर कर पा रही हैं.