लखनऊ: कोरोना काल ने हर वर्ग की आमदनी को प्रभावित किया है. ऐसे में गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार पहले से ही कोरोना की मार से बेहाल था, उसपर लगातार बढ़ते खाने-पीने की चीजों के दामों ने उनकी जेब पर डबल अटैक करने का काम किया है. अब तो सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं. आलू 35-40 रुपये किलो, तो टमाटर 80 रुपये किलो तक जा पहुंचा है. महंगाई की इस मार ने लोगों की नींद उठा रखी है.
आलू को किचन का किंग कहा जा सकता है, जो हर वर्ग के घर की किचन में जरूर होता है, लेकिन इस साल तो आलू भी प्याज के आंसू रुला रहा है. टमाटर, लौकी, तोरई जैसी सब्जियों के दाम भी लगातर बढ़ते जा रहे हैं. बढ़ती महंगाई ने महिलाओं के किचन के बजट को प्रभावित कर रखा है. गृहणियों का भी कहना है कि लगातार बढ़ते सब्जियों के दाम ने उनके घर के बजट को बिगाड़ दिया है. वहीं, सब्जी विक्रेताओं का भी कहना है कि महंगाई के कारण उनकी दुकानदारी भी प्रभावित हुई है.
अब जान लेते हैं, यूपी के किस शहर में कौन सी सब्जी क्या हिसाब मिल रही है.
आगरा:
टमाटर: 60 से 80 रुपये किलो
आलू: 25 से 30 रुपये किलो
वाराणसी:
आलू : 30 रुपये प्रति किलो/150 रुपये प्रति पांच किलो
टमाटर: 80 रुपये प्रति किलो
परवल: 60 रुपये प्रति किलो
अदरक: 120 रुपये प्रति किलो
धनिया: 100 रुपये प्रति किलो
लखनऊ:
आलू: 20-25 रुपये किलो
टमाटर: 70- 80 रुपये किलो
कानपुर:
आलू: 30 से 40 रुपये किलो
टमाटर: 60 से 80 रुपये किलो
मेरठ:
टमाटर: 50-60 रुपये किलो
आलू: 30-40 रुपये किलो