Reliance AGM: आज रिलायंस इंडस्ट्रीज की एनुअल जनरल मीटिंग यानी एजीएम होने जा रही है. ये कंपनी की 43वीं एजीएम होगी. अलग अलग वर्चुअल प्लेटफॉर्म के जरिए रिलायंस के एक लाख से अधिक शेयर होल्डर इस बैठक में शामिल होंगे. इस एजीएम के लिए कंपनी ने जोरदार तैयारियां की हैं और पहली बार रिलायंस इंडस्ट्रीज की एजीएम वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर होगी. कोरोना संकट के कारण इस बार ये एजीएम ऑनलाइन करने का फैसला किया गया है और खास वर्चुएल प्लेटफॉर्म का प्रबंध किया है.
रिलायंस की यह बैठक दोपहर दो बजे शुरू होगी, इसे कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी संबोधित करेंगे. कंपनी के राइट्स इश्यू या आईपीओ के बाद ये पहली एजीएम होगी लिहाजा इसमें राइट्स इश्यू से आई रकम और उससे जुड़ी कुछ अहम बातों का भी एलान किया जा सकता है.
रिलायंस की एजीएम हमेशा से देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में होती रही है लेकिन इस बार कोरोना संकटकाल के चलते शेयरहोल्डर्स का इस मीटिंग में आना मुश्किल हो गया था. लिहाजा अपने 26 लाख शेयरहोल्डर्स के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वर्चुअल प्लेटफॉर्म्स का रास्ता चुना. इसके जरिए पूरी दुनिया में फैले रिलायंस के शेयरहोल्डर्स इस एजीएम में हिस्सा ले सकते हैं.
माना जा रहा है कि इस बैठक में चेयरमैन और एमडी मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज की आगे की योजनाओं का एलान कर सकते हैं जिसमें अरामको के साथ डील से जुड़ी जानकारी साझा कर सकते हैं. इसके अलावा कंपनी के कर्जमुक्त होने की दिशा में उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दे सकते हैं. कंपनी की रिटेल सेगमेंट में बिजनेस बढ़ाने का क्या प्लान है इस पर कुछ बात कर सकते हैं और डिजिटल कारोबार में जो डील हाल के दिनों में की गई हैं उनके बारे में विस्तार से जानकारी दी जा सकती है.
एजीएम से जुड़ी किसी भी जानकारी और शेयरहोल्डर्स, निवेशकों, मीडिया और आम लोगों की मदद के लिए रिलायंस ने व्हाट्सएप चैटबॉट भी जारी किया है. इसके लिए आपको सिर्फ +91 79771 11111 को अपने फोन में सेव करके ‘Hi’ लिखकर भेजना होगा. इसके बाद बॉट के जरिए आपकी सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा. एजीएम से जुड़े इस व्हाट्एप चैटबॉक्स को जियो हैप्टिक ने बनाया है. यह चैटबॉक्स 24*7 काम करेगा.
पहली बार रिलायंस की एजीएम में देश और दुनिया के 500 स्थानों से एक लाख से अधिक निवेशक सीधे वार्षिक आम बैठक में भाग ले सकेंगे. चैटबॉट की शुरुआत रिलांयस के 53,124 करोड़ रुपये के मेगा राइट इश्यू के दौरान हुई जिसे जियो हेप्टिक चलायेगा. रिलायंस की पिछली एजीएम 12 अगस्त 2019 को कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कंपनी को 31 मार्च 2021 तक कर्जमुक्त बनाने की कार्ययोजना की घोषणा की थी। लेकिन तेल से लेकर दूरसंचार तक कई कारोबार करने वाला यह समूह पिछले महीने ही शुद्ध रूप से कर्ज मुक्त हो गया.
कंपनी ने अपनी डजिटल इकाई जियो प्लेटफार्म्स में 25.24 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 1.18 लाख करोड़ रुपये जुटाने की व्यवस्था कर ली है. वहीं रिलायंस के मौजूदा शेयरधारकों को राइट इश्यू जारी कर 53,124 करोड़ रुपये भी जुटाने का भी इंतजाम किया है. इसके अलावा ईंधन की खुदरा बिक्री कारोबार में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 7,000 करोड़ रुपये जुटाये हैं. कुल मिलाकर कंपनी ने 1.75 लाख करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने की पक्की व्यवस्था कर ली है. कंपनी के ऊपर 31 मार्च 2020 को 1,61,035 करोड़ रुपये का शुद्ध कर्ज था. नये निवेश के बाद कंपनी शुद्ध रूप से कर्जमुक्त हो गई है.