अंतागढ़ (एजेंसी)। अंतागढ़ टेपकांड मामले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अजीत जोगी, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता, राजेश मूणत और मंतूराम पवार पर धोखाधड़ी और पैसों के प्रलोभन और भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं के तहत मामला पंडरी थाने में दर्ज किया गया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री डॉ. किरणमयी नायक ने ये एफआईआर दर्ज कराई है। अंतागढ़ टेप कांड मामले में एसआईटी जांच के तहत की गई ये पहली बड़ी कार्रवाई है। इस मामले में शिकायतकर्ता कांग्रेस नेत्री किरणमई नायक का कहना है कि मामले को लेकर 2016 में हमने शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत का रिमाइंडर 2017 में पुलिस को दिया गया था। तात्कालिक सरकार ने मामला दर्ज नहीं होने दिया था। तात्कालिक सीएम के परिजन का नाम होने से नहीं हुई थी कार्रवाई। उसी शिकायत को अब री-राइट करके एफआईआर कराया गया है। आपको बता दें कि मामला यह है दरअसल साल 2014 में अंतागढ़ के तत्कालीन विधायक विक्रम उसेंडी ने लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दिया था। वहां हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने पूर्व विधायक मंतू राम पवार को प्रत्याशी बनाया था।
भाजपा से भोजराम नाग खड़े हुए थे। नाम वापसी के अंतिम वक्त पर मंतूराम ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। इससे भाजपा को एक तरह का वाकओवर मिल गया था। बाद में फिरोज सिद्दीकी नाम से एक व्यक्ति का फोन कॉल वायरल हुआ था। आरोप लगे थे कि तब कांग्रेस में रहे पूर्व सीएम अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी ने मंतू की नाम वापसी कराई। टेपकांड में कथित रूप से अमित जोगी और तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता के बीच हुई बातचीत बताई गई थी।