पटनाः चीनी सेना के खिलाफ लद्दाख की गलवान घाटी में हुए खूनी संघर्ष में शहीद भारतीय सेना के 20 जवानों में से एक के परिवार की जिम्मेदारी बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने ली है. टकराव में शहीद हुए बिहार के सुनील कुमार के परिवार की जिम्मेदारी लेने की बात करते हुए तिवारी ने कहा कि वो कुर्बानी देने वाले इस परिवार से मिलने के लिए बिहार भी जाएंगे. शहीद हुए 20 सैनिकों में सबसे ज्यादा 5 बिहार के ही थे
पूर्वोत्तर दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने शनिवार 20 जून को ट्वीट कर ऐलान किया कि शहीद सुनील कुमार के परिवार के पालन-पोषण और बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी वो उठाएंगे. शहीद सुनील के परिवार में उनकी पत्नी और 3 बच्चे हैं. तिवारी ने कहा कि वो 22 जून को परिवार से मिलेंगे.
तिवारी ने अपने ट्वीट में लिखा, “ऐसे ही जाँबाज़ों से गर्वित है तिरंगा. सुरक्षित है भारत भूमि. मैं शहीद सुनील के बच्चों की ज़िम्मेदारी लेता हूं और परिवार से मिलने आ रहा हूं 22 जून”
शहीद सुनील पटना के बिहटा के रहने वाले थे और उनके तीनों बच्चे दानापुर के आर्मी स्कूल में पढ़ते हैं. शहीद सुनील का गुरुवार 18 जून को बिहटा में ही पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया था. उनके नाबालिग बेटे आयुष ने ही पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी थी.
शहीद की पत्नी ने कहा था कि वो अपने और अपने बच्चों के लिए मोहताज हो जाएंगी, जिसके बाद दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और भोजपुरी फिल्म स्टार मनोज तिवारी ने ये कदम उठाया.
लद्दाख में मई के शुरुआती हफ्ते से ही भारत और चीन के सैनिकों के बीच LAC पर तनातनी चल रही थी. 15 जून की रात चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर धोखे से हमला किया, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए. इस संघर्ष में चीन को भी काफी नुकसान पहुंचा है.