नई दिल्ली (एजेंसी). दिल्ली एवं जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) लोकपाल न्यायमूर्ति (रिटायर्ड) बदर दुर्रेज अहमद ने रविवार को वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा के इस्तीफे को होल्ड पर रख दिया है और आदेश दिया है कि वह डीडीसीए के अध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका जारी रखें। बता दें कि डीसीसीए ने शनिवार एक ट्वीट के जरिए जानकारी दी थी कि रजत शर्मा ने डीडीसीए के अध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे को एपेक्स काउंसिल को भेज दिया गया है।
दरअसल, वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने शनिवार सुबह रजत शर्मा ने यह कहते हुए अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया था कि वह किसी भी कीमत पर अपनी ईमानदारी से समझौता नहीं करेंगे। शर्मा ने अपने ट्वीट के माध्यम से लिखा था, ‘प्रिय सदस्यों, जब से आपने मुझे DDCA का अध्यक्ष चुना है मैं समय समय पर आपको अपने काम के बारे में जानकारी देता रहा हूं।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘मैंने DDCA को बेहतर बनाने के लिए, प्रोफेशनल और पारदर्शी बनाने के लिए जो कदम उठाये उसके बारे में आपको बताया। आपसे किए गए वादों के पूरा होने की जानकारी दी।’ मालूम हो कि पत्रकार रजत शर्मा को पिछले साल जुलाई 2018 में डीडीसीए का अध्यक्ष चुना गया था। इस रेस में रजत शर्मा ने पूर्व क्रिकेटर मदनलाल को पीछे छोड़ा था।
लोकपाल के मताबिक, ‘13.11.2019 को एपेक्स काउंसिल द्वारा तीन कथित प्रस्तावों को पारित किया गया है। इन कथित प्रस्तावों को अवैध कहा गया है। एक उद्देश्यपूर्ण प्रस्ताव विनोद तिहारा, सचिव, डीडीसीए के रूप में बहाल करना चाहता है, जिसे 2.11.2019 को शीर्ष परिषद द्वारा निलंबित कर दिया गया था और जिसके संदर्भ में लोकपाल को एक संदर्भ दिया गया था.’
उन्होंने आगे कहा, ‘यह ध्यान रखना उचित है कि संदर्भ मेरे साथ लंबित है और विनोद तिहारा को जवाब देने के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया था। विनोद तिहारा की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है।’