नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत दौरे से पहले ही बांग्लादेश को बड़ा झटका लगा है। दुनिया के नंबर एक ऑलराउंडर और बांग्लादेश क्रिकेट टीम के कप्तान शाकिब अल हसन पर आईसीसी ने दो साल का बैन लगा दिया है, इसमें एक साल का प्रतिबंध निलंबित रहेगा। उन पर आईसीसी की आदर्श आचार संहिता की तीन धाराओं के उल्लंघन के आरोप हैं। नए घटनाक्रम से शाकिब अब तीन नवंबर से शुरू होने वाले भारत दौरे से भी बाहर हो गए। शाकिब-अल-हसन पर प्रतिबंध लगने के तुरंत बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने महमूदुल्लाह को टी-20 और मोमिनुल हक को टेस्ट टीम का कप्तान घोषित कर दिया है. बांग्लादेश क्रिकेट टीम इस एक महीने लंबे दौरे के लिए बुधवार को भारत पहुंचेगी। टीम को रविवार 3 नवंबर को दिल्ली में पहला टी-20 मैच खेलना है।
शाकिब बांग्लादेश के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक है और उनके नाम पर तीनों प्रारूपों में 11,000 से अधिक रन और 500 से अधिक विकेट दर्ज हैं। आईसीसी की कार्रवाई से भारत दौरे से पहले बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अनुभवी बल्लेबाज तमीम इकबाल पहले ही दौरे से हट चुके हैं। सैफुद्दीन चोटिल होने के कारण पहले ही भारत दौरे से हट चुके हैं।
दरअसल बंगलादेशी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक शाकिब अल हसन से एक बुकी ने मैच फिक्सिंग के लिए संपर्क साधा था, लेकिन उन्होंने इसकी जानकारी आईसीसी को नहीं दी। बांग्लादेश के प्रमुख अखबार समकाल के अनुसार आईसीसी के निर्देश पर शाकिब को बीसीबी द्वारा अभ्यास से दूर रखा गया था। यही कारण है कि उन्होंने न तो अभ्यास में भाग लिया और ना ही गुलाबी गेंद से टेस्ट खेलने पर सोमवार को हुई बैठक में शामिल हुए।
बांग्लादेशी अखबार समकाल की मानें तो शाकिब अल हसन को दो साल पहले फिक्सिंग का ऑफर मिला था। मैच से पहले एक बुकी ने शाकिब अल हसन से संपर्क साधा था। प्रोटोकॉल के मुताबिक शाकिब अल हसन को फिक्सिंग का ऑफर मिलते ही आईसीसी से संपर्क साधना होता है।
हालांकि शाकिब अल हसन ने ऐसा नहीं किया। अखबार की मानें तो इस बात की पुष्टि हो गई है कि शाकिब अल हसन ने ये बात छिपाई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि शाकिब ने हाल में एसीएसयू के जांच अधिकारी के सामने भी इस घटना की बात कबूल की थी।