13 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद संस्थापक सदस्यों को मिली एमएमआई अस्पताल की कमान

13 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद संस्थापक सदस्यों को मिली एमएमआई अस्पताल की कमान

रायपुर (अविरल समाचार) : एमएमआई हॉस्पिटल की कमान को लेकर 13 साल तक चली लंबी कानूनी लड़ाई के बाद अब जाकर मिली जीत के बाद फाउंडर मेंबर ने बुधवार को हॉस्पिटल पुलिस और जिला प्रशासन की मौजूदगी में कमान संभाली. इस सदस्यों के बीच 21 दिन में चुनाव होना है.

वक़ील लोकेश मिश्रा ने बताया कि हॉस्पिटल प्रबंधन के मेंबर्स के कानूनी पहलू को देखते हुए फाउंडर मेंबर ने ट्रिब्यूनल कोर्ट में नई चुनौती दी थीजिस पर ट्रिब्यूनल कोर्ट ने सिर्फ 11 सदस्यों को वैधानिक बताते हुए शेष 69 सदस्यों को अवैधानिक करार दिया हैइन 11 फाउंडर मेंबर के बीच पदाधिकारियों को लेकर 21 दिन में चुनाव करने का निर्देश दिया गया है.

कोर्ट ने जिन 11 लोगों को संस्थापक सदस्य माना है, उनमें लुनकरण श्रीश्रीमाल, सुरेश गोयल, जगदीश प्रसाद अग्रवाल, महेंद्र कुमार धाड़ीवाल, प्रदीप गुप्ता, डॉ. हरण जैन, कैलाश सिकारिया, रेखचंद लुनिया, प्रकाशचंद गोलछा, वासुदेव नारंग और शांतिलाल बरडिया शामिल हैं. कार्यकारिणी समिति में 21 सदस्य होंगे, जिसमें से 11 सदस्य संस्थापक सदस्य होंगे. लेकिन इंस्टीट्यूट को यह भी अधिकार रहेगा कि संरक्षक सदस्यों में से भी कार्यकारिणी में ले सकें. 

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