छत्तीसगढ़ के आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की ताजपोशी पर विशेष
हिंदुत्व की भठ्ठी, संघ की आँच में जूदेव जी के हाथों आकार पाया कुंदन हैं विष्णुदेव
मोदी के संरक्षण, अमित के मार्गदर्शन में ओम, अजय, नितिन और मनसुख ने असंभव को संभव कर दिया। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) फतह कर लिया। छत्तीसगढ़ को भाजपा का पहला आदिवासी मुख्यमंत्री दे दिया। विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) छत्तीसगढ़ के छठवें मुख्यमंत्री के रूप में आज शपथ ग्रहण करेंगे।
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सरपंच के पद से मुख्यमंत्री तक का सफर कोई यूँ ही नहीं तय करता। हिंदुत्व की भठ्ठी में संघ की आँच और जूदेव जी के सुदृढ़ हाथों से आकार पाया कुंदन हैं विष्णुदेव साय! जो मिल गया, उसी को मुक़द्दर समझ लिया, जैसी शख़्सियत है उनकी। उनकी शैक्षणिक योग्यता देखकर कोई उनकी प्रशासनिक क्षमता का आकलन करने की गलती न करें ! जमीन से जुड़कर कार्यकर्ताओं के लिए जूझना जानते हैं। सहजता और सरलता उनके आभूषण हैं तो जनहित में कठोरता से प्रशासन की नाक में नकेल डालना उन्हें अच्छे से आता है। विपक्ष की ओर से उनके मुख्यमंत्री बनते ही जारी किया वीडियो इसका प्रमाण है।
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छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री (Chief Minister) का पद विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) को जितनी सहजता से मिला है, चुनौतियाँ उतनी ही कठिन हैं। 18 लाख हितग्राहियों को मकान, महतारी वंदन, बोनस और धान खरीदी, 500 में गैस सिलेंडर जैसे तमाम डिब्बों की रेल को खींचना! डॉ. रमन सिंह (Dr Raman Singh) द्वारा 15 वर्षों में खींची गई विकास की लकीर को न सिर्फ गाढ़ी करना बल्कि उसे और आगे बढ़ाना उनकी ज़िम्मेदारी में शुमार हो गया है। इन सभी के लिए साय और मोदी (Narendra Modi) के डबल इंजन में केंद्र का पर्याप्त ईंधन लाना, वरिष्ठ नेताओं के साथ युवाओं को साधना, जनमानस को सहेजना, विपक्ष को चित्त कर 2024 फतह करना, इन चुनौतियों के साथ विष्णु के कुशल प्रबंधन की अग्नि परीक्षा होगी। आज कोई अंतर्द्वंद्व नहीं है, पर ख़ामोशी भविष्य की ओर इशारा कर रही है।
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मोदी, शाह (Amit Shah) का संरक्षण और रमन सिंह के अनुभव की छत्रछाया तो उन्हें प्राप्त है ही। आम जन और कार्यकर्ताओं का मन भी वे अपने अनुभव से जीत के भाजपा (BJP) के सुशासन को आगे बढ़ाएँ, यही कामना है।
अंत में दो लाइनें मशहूर शायर बशीर बद्र की उनके लिए :
इसीलिए तो यहां, अब भी,
अज़नबी हूं मैं,
तमाम लोग फरिश्ते हैं,
आदमी हूँ मैं …
मनीष वोरा
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं.)
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