हैकिंग पर Twitter ने कहा- हैकरों ने कंपनी के कर्मचारियों को निशाना बनाकर लगाई सुरक्षा में सेंध

सेन फ्रांसिस्कोः हाल ही में बड़े स्तर पर हैकिंग का शिकार बने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर ने आशंका जताई है कि हैकरों ने कंपनी के ही कुछ कर्मचारियों को फंसा कर उनकी जानकारियों का फायदा उठाया और कंपनी की सुरक्षा में बड़ी सेंध लगाई. इसी सुप्ताह 15 जुलाई को हैकर्स ने कंपनी के सिस्टम में घुसकर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन समेत कई बड़ी कंपनियों के सीईओ के ट्विटर अकाउंट पर कब्जा कर लिया था और यूजर्स को बिटकॉइन में रकम दान करने का झांसा दिया था.

इस घटना से सकते में आई कंपनी मामले की जांच कर रही है और शुरुआती जांच में जो बात निकलकर सामने आ रही है, उसके मुताबिक हैकरों ने पहले कंपनी के ही कर्मचारियों को निशाना बनाया.

ट्विटर ने मामले की जांच पर अपडेट देते हुए बयान जारी किया. अपने बयान में कंपनी ने कहा, “हमारा मानना है कि हमलावरों ने कुछ ट्विटर कर्मचारियों को सोशल इंजीनियरिंग स्कीम के तहत निशाना बनाया. उन्होंने बेहद कम संख्या में कर्मचारियों को झांसे में डाला और उनकी गुप्त जानकारियों का इस्तेमाल कर ट्विटर के अंदरूनी सिस्टम में दाखिल हुए, साथ ही हमारी टू-फैक्टर सुरक्षा व्यवस्था को भी पार कर गए.”

कंपनी ने अपने बयान में बताया कि हैकरों ने 45 ट्विटर अकाउंट में पासवर्ड बदलने और ट्वीट करने में सफल रहे. कंपनी के बयान के मुताबिक, “अभी तक हमें यह पता है कि वो ऐसे टूल्स तक पहुंचने में सफल रहे, जो सिर्फ हमारे अंदरूनी सहायता दल (इंटरनल सपोर्ट टीम) को उपलब्ध होते हैं और 130 अकाउंट्स को निशाना बनाया. इनमें से 45 अकाउंट्स ऐसे हैं, जिनमें वो पासवर्ड रीसैट करने में सफल रहे और फिर अकाउंट में लॉगइन कर ट्वीट कर पाए.”

कंपनी के मुताबिक हैकरों ने 8 ट्विटर अकाउंट का डेटा भी डाउनलोड कर लिया और अब कंपनी ऐसे सभी अकाउंट से संपर्क कर रही है, जिनमें ऐसा कुछ होने की संभावना पाई गई हो.

15 जुलाई की इस घटना में ओबामा, बाइडेन के अलावा एमेजॉन के सीईओ और दुनिया के सबसे अमीर आदमी जेफ बेजोस, टेस्ला के सीईओ एलॉन मस्क, माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स जैसे जाने-माने लोगों के अकाउंट हैक कर लिए थे. इस घटना के बाद कंपनी ने ऐसे सभी ट्विटर अकाउंट से किसी भी तरह की गतिविधि पर कुछ वक्त के लिए रोक लगा दी थी.

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