रायपुर (अविरल समाचार) : शिक्षक भर्ती की बाधित प्रक्रिया पूरी करने की मांग को लेकर लगातार आंदोलन जारी है. आज राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब स्थित धरनास्थल में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर पहले मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे. इसके बाद अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी है. प्रदर्शन स्थल पर अभ्यर्थियों ने बताया कि यदि कोरोना काल में प्रशासन द्वारा किसी तरह रोक लगाई जाती है तो सभी अभ्यर्थी अपने घर के बाहर अपने क्षेत्र के तहसीलदार व एसडीएम को सूचित कर हड़ताल पर बैठेंगे.
छत्तीसगढ़ डीएलएड संघ के प्रांतीय सचिव सुभाष धरई ने बताया कि हम अनिश्चितकालीन हड़ताड़ पर तब तक बैठेंगे, जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती. यदि हमें पुलिस प्रशासन या कोई उठाती है तो हम हमारे साथी अपने-अपने घर में अपने-अपने तहसीलदार व एसडीएम को सूचित करके अपने घर के बाहर बैठेंगे, लेकिन हम यह चाहते हैं कि ये हमारी स्वयं की लड़ाई है और प्रशासन हमें यहां से ना उठाएं, हम संवैधानिक रूप से अपनी मांगों को रख रहे हैं, हम सरकार के द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुरूप ही प्रदर्शन करेंगे.
प्रदर्शन में शामिल तरुण ने कहा कि पिछली बार हमने 22 अगस्त को धरना दिया था और सरकार को 1 सितंबर तक अल्टीमेटम दिया था कि यदि वे हमारी मांगों को नहीं मानती है तो हमें अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठना पड़ेगा और आज उसका पहला दिन है पहले दिन में हम मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे और सरकार फिर भी नहीं मानती है तो हम अनिश्चितकाल तक हड़ताल में बैठेंगे. जिसकी हमने तैयारी पूरी कर ली है.
शेष नारायण ताम्रकार ने कहा कि हम यही चाहते थे कि हमारा समयावधि सितंबर तक समाप्त हो जाना चाहिए, लेकिन सरकार ने 1 साल तक बढ़ाकर हमें और दु:ख में डाल दिया. हम विवश हो गए हैं और हमें आज मुख्यमंत्री निवास का घेराव करना है.