लंदन (एजेंसी)। मेजबान इंग्लैंड की टीम क्या पाटा विकेटों पर रनों का अंबार लगा सकती है। यह असहज सा सवाल इयोन मोर्गन एंड कंपनी के सामने होगा जब वे चिर-प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने विश्व कप अभियान को पटरी पर लाने के लिए उतरेंगे। मंगलवार को लॉर्ड्स पर होने वाला यह मैच वैसे भी खास था लेकिन पिछले मैच में इंग्लैंड की 20 रन से हार के बाद इसका रोमांच दुगुना हो गया है। हेडिंग्ले में श्रीलंका के खिलाफ जीत के लिए 233 रन के लक्ष्य के जवाब में इंग्लैंड की टीम 212 रन पर आउट हो गई थी। ग्रुप चरण में उसे पाकिस्तान ने भी हराया था लेकिन मेजबान टीम शीर्ष चार में ही बनी हुई है और सेमीफाइनल में प्रवेश की प्रबल दावेदार है। पहली बार विश्व कप जीतने की कोशिश में जुटी इंग्लैंड टीम हालांकि अब कोई कोताही नहीं बरत सकती। श्रीलंका के खिलाफ अपनी गलतियों से सबक लेकर उतरेगी। उसे आगामी मैचों में ऑस्ट्रेलिया, भारत और न्यूजीलैंड से खेलना है जिन्हें वह 1992 के बाद से विश्व कप में नहीं हरा सका है।
पिछले विश्व कप से पहले दौर में बाहर होने के बाद से इंग्लैंड विश्व रैंकिंग में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के दम पर नंबर वन तक पहुंचा। उसने इन चार साल में दो बार वनडे क्रिकेट का सर्वोच्च स्कोर बनाया। महज साल भर पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ छह विकेट पर 481 रन बनाए थे। श्रीलंका के खिलाफ हालांकि बल्लेबाजों की मददगार पिच पर इंग्लैंड के बल्लेबाज फिसड्डी साबित हुए। रिपोर्ट के अनुसार इंग्लैंड ने चैंपियंस ट्रॉफी 2017 सेमीफाइनल में पाकिस्तान से हारने के बाद जिन सबसे कठिन 11 वनडे पिचों पर खेला है, उन पर पांच मैच गंवाए हैं। दूसरी ओर बल्लेबाजों की मददगार पिचों पर 11 में से नौ मैच जीते हैं। पिछले दो मैचों में फिटनेस समस्या के कारण बाहर हुए जैसन राय की कमी इंग्लैंड को बुरी तरह खल रही है।
दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच और डेविड वॉर्नर शानदार फॉर्म में है। इंग्लैंड को वॉर्नर पर अंकुश रखना होगा। अंकतालिका में ऑस्ट्रेलिया दूसरे स्थान पर है। मिचेल स्टार्क ने विश्व कप में जोफरा आर्चर (इंग्लैंड) और मोहम्मद आमिर (पाकिस्तान) के बराबर 15 विकेट लिए हैं। हालांकि उनके अलावा ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी में उतनी धार नजर नहीं आ रही। ऑस्ट्रेलिया के विश्व कप विजेता कप्तान एलेन बॉर्डर के अनुसार इस मैच का फैसला गेंदबाज करेंगे।