साउथेम्प्टन (एजेंसी)। बांग्लादेशी टीम को विश्व कप में सेमीफाइनल की अपनी उम्मीदें जिंदा रखने के लिए सोमवार को हर हाल में अफगानिस्तान के लड़ाकों को हराना होगा। श्रीलंका के हाथों मेजबान इंग्लैंड को मिली हार से बांग्लादेश की अंतिम चार में पहुंचने की उम्मीदों का झटका लगा है। वह अब निचले स्थान पर काबिज अफगानिस्तान के खिलाफ जीत से मौके का फायदा उठाना चाहेगा। मशरफे मुर्तजा की अगुआई वाली टीम ने टूर्नामेंट में अभी तक बहुत अच्छी बल्लेबाजी की है। वेस्टइंडीज के खिलाफ 322 रन के लक्ष्य को बांग्लादेश ने महज 41.3 ओवर में पा लिया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम ने 382 रन का पीछा करते हुए आठ विकेट पर 333 रन बनाए।
टीम का दारोमदार शानदार फॉर्म में चल रहे ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर है। उन्हें बल्लेबाजी में तीसरे नंबर पर भेजना टीम के लिए अच्छा रहा। शाकिब टूर्नामेंट में दो शतकों और दो अर्द्धशतकों से 425 रन बनाकर दूसरे नंबर पर हैं।
टूर्नामेंट के सर्वाधिक रन बनाने के मामले में उनसे आगे सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर (447) ही हैं। बांग्लादेश की गेंदबाजी हालांकि इतनी अच्छी नहीं रही। टीम ने अपने तीन मैचों में हर में 320 रन से ज्यादा गंवाएं हैं। गेंदबाजों को अपने प्रदर्शन में सुधार कर बल्लेबाजों पर से थोड़ा दबाव कम करना होगा।
अफगानिस्तान को अभी भी टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत की तलाश है। वह भारत के खिलाफ पिछले मैच से प्रेरित होना चाहेगा। कप्तान गुलबदिन नैब फिर से अपने स्पिनरों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करेंगे ताकि फॉर्म में चल रहे बांग्लादेश के बल्लेबाजों को जल्दी पवेलियन भेज सकें। मौसम के गर्म रहने की उम्मीद है और पिच के सूखेपन से ही गेंद स्पिन होगी जैसी भारत और अफगानिस्तान के बीच मैच के दौरान हुई थी।
मौजूदा टूर्नामेंट में अब अफगानिस्तान के सामने खोने का लिए कुछ भी नहीं। वह पहले ही सेमीफाइनल की रेस से बाहर है। अफगानिस्तान अपने दूसरे विश्व कप में लगातार छह हार के बाद अंक तालिका में सबसे नीचे है। उधर, अफगान कप्तान गुलबदिन नाइब बांग्लादेश का ‘खेल’ बिगाड़ने की चेतावनी दे चुके हैं। बांग्ला टाइगर्स के प्रति उनके दृष्टिकोण के बारे में पूछे जाने पर नाइब ने चुटीले जवाब के साथ कहा, ‘हम तो डूबे हैं सनम, तुम्हे भी ले के डूबेंगे।’