नई दिल्ली (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश की हमीरपुर विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी युवराज सिंह ने जीत दर्ज कर ली है वहीं, केरल में सत्तारूढ़ एलडीएफ ने कांग्रेस नीत यूडीएफ को हराकर पाला विधानसभा सीट जीत ली है। छत्तीसगढ़ की दंतेवाड़ा सीट पर कांग्रेस ने बाजी मारी है। त्रिपुरा की बाधरघाट सीट पर मतगणना जारी है। इन सभी सीटों पर सोमवार को मतदान हुए थे। यूपी की हमीरपुर सीट के नतीजों पर सबकी नजरें लगी हुई थी। खराब मौसम के कारण इस सीट पर कुल 51 प्रतिशत वोटिंग ही हो पाई थी। वहीं छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 23 तारीख को मतदान हुआ था। जिसमें क्षेत्र के 60.59 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
हमीरपुर (उत्तर प्रदेश) – हमीरपुर के सदर विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा के युवराज सिंह ने 17 हजार से अधिक मतों से सपा को करारी शिकस्त दी है। बसपा के नौशाद अली तीसरे नंबर पर और कांग्रेस के पहले की तरह फिर से चौथे नंबर पर है। कुल 34 चरणों की मतगणना हुई जिसमें भाजपा ने शुरु से ही बढ़त बनाए रखी। भाजपा के युवराज सिंह को कुल 74168 वोट मिले वहीं सपा के मनोज कुमार प्रजापति को 56397 वोट मिले हैं।
दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़) – दंतेवाड़ा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा ने बड़ी जीत दर्ज की है। बीजेपी प्रत्याशी ओजस्वी मंडावी को हराकर कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा ने दंतेवाड़ा उपचुनाव जीत लिया है। उन्होंने जनता को जीत का श्रेय दिया है। पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम भी जीत की घोषणा के बाद देवती कर्मा के साथ मौजूद थे।
उन्होंने सोची समझी रणनीति को ही ऐतिहासिक जीत का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि हमने लोगों की दिक्कतों का समझा, वहां की परेशानियों को जाना। उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस पार्टी की नीतियों और हम पर भरोसा जताया। उसी का परिणाम हैे कि हमने ऐतिहासिक वोटों से जीत हासिल की। बता दें पहले ये सीट भीमा मंडावी की मौत के बाद से खाली था। भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी भी चुनाव लड़ रही थी। लेकिन जनता ने देवती कर्मा पर ज्यादा भरोसा जताया है।
छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक भीमा मंडावी की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। विधायक मंडावी की मृत्यु के बाद से यह सीट रिक्त है। इस विधानसभा सीट के लिए इस महीने की 23 तारीख को मतदान हुआ था। जिसमें क्षेत्र के 60.59 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
इस उपचुनाव में कुल नौ उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला सत्ताधारी दल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के बीच है। कांग्रेस ने दंतेवाड़ा सीट के लिए देवती कर्मा पर भरोसा किया है। देवती कर्मा पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा की पत्नी है। वर्ष 2013 में झीरम घाटी हमले में नक्सलियों ने महेंद्र कर्मा की हत्या कर दी थी। वहीं भाजपा ने विधायक रहे भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी को चुनाव मैदान में उतारा है।
पाला (केरल) – सत्तारूढ़ माकपा नीत एलडीएफ पाला विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में विजयी रहा है। इससे पहले इस सीट पर कांग्रेस नीत विपक्षी यूडीएफ के उम्मीदवार का कब्जा था। एलडीएफ उम्मीदवार मणि सी कप्पेन ने यूडीएफ के जोस टॉम पुलिक्कुनेल को कड़े मुकाबले में हरा दिया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता कप्पेन ने केरल कांग्रेस (एम) के नेता पुलिक्कुनेल को 2,943 मतों से हरा दिया।
पाला सीट यूडीएफ का गढ़ रही है। पूर्व वित्त मंत्री एवं केरल कांग्रेस (एम) के नेता केएम मणि के अप्रैल में निधन के चलते यहां उपचुनाव की जरूरत पड़ी। मणि ने पांच दशक तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया। लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद यह जीत एलडीएफ के लिए एक बड़ी राहत है।
बघारघाट (त्रिपुरा) – त्रिपुरा की बाधरघाट विधानसभा सीट पर भाजपा की मिनी मजूमदार आगे चल रही हैं। बाधरघाट सीट भाजपा के विधायक रहे दिलीप सरकार के निधन के कारण खाली हो गई थी। इस सीट पर कुल 79 फीसदी लोगों ने वोट डाला था।