सावन का दूसरा सोमवार सुबह से ही मंदिरों में लगा भक्तों का ताता
रायपुर (अविरल समाचार). छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) में सावन माह के दूसरे सोमवार को सुबह से ही भक्तों का ताता लगा हुआ है. आज ही हरेली अमावस होने के कारण भक्त भगवान शिवशंकर को दूध, जल बेलपत्री चढाने के लिए लंबी कतारों में लगे हुए हैं. शहर के प्राचीन बूढेश्वर मंदिर में भी महादेव के दर्शन पूजन के लिए भक्तों का बड़ी संख्या में आना जारी हैं. इस वर्ष है विशेष योग हैं. हरियाली अमावस्या इस सावन माह में सोमवार को पड़ने के कारण, इसे सोमवती अमावस्या भी कहा जायेगा।
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श्री रायपुर पुष्टिकर समाज के ट्रस्टी राजेश व्यास, राजकुमार व्यास एवं आनंद व्यास ने बताया कि सावन माह के दूसरे सोमवार को श्री बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में चारों में हरियाली का दृश्य प्रस्तुत कर श्रृंगार किया जाएगा। भगवान शिव, प्रकृति के देव हैं इसलिए मंदिर में चारों ओर अशोक, कदम, आम, पीपल, जामुन आदि के पत्तों से पूरे सभामण्डप को आच्छादित किया करते हुए, शिव बाग का निर्माण किया जावेगा।
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गर्भगृह में होगा शिवलिंग का विशेष श्रृंगार
गर्भ गृह में भगवान शिव अपने पुत्र कार्तिकेय जिनका एक नाम स्कंद कुमार भी है उनके साथ मयूर पर विराजमान होकर पृथ्वी का भ्रमण करेंगे ऐसा दृश्य प्रस्तुत किया जावेगा ।परिक्रमा पथ में विभिन्न प्रकार के पत्तों से शिव बाग का निर्माण किया जावेगा। जिसमे प्रवेश करते ही भक्तों को वन में भ्रमण की अनुभूति होगी। चारों ओर मयूर की आवाज़ और विभिन्न पक्षियों का कलरव सुनाई देगा।
प्रातः 4.00 बजे भस्मभिषेक किया जावेगा ततपश्चात भक्तों के लिए पट खोले जाएंगे। दोपहर 12 बजे भोग लगाया जावेग ततपश्चात श्रृंगार हेतु पट बन्द किये जावेगे जो कि संध्या 4.30 बजे भक्तों के दर्शनार्थ खोले जाएंगे।
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