रायपुर (अविरल समाचार) : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लॉकडाउन लागू हो सकता है। शुक्रवार की देर रात इसे लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। कलेक्टर ने दिन भर शहर के व्यापारियों से इसे लेकर बैठक की। अब इसे लेकर शनिवार को मंत्रियों से चर्चा के बाद लॉकडाउन की घोषणा का होना तय माना जा रहा है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन 10 दिनों का हो सकता है, जो 22 सितंबर से शुरू होगा। लॉकडाउन को लेकर आधिकारिक गाइडलाइन आना बाकी है।
इस बार सुबह से शाम तक जरूरी चीजों को छोड़कर सभी कारोबार बिल्कुल नहीं खोले जाएंगे। पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह बंद रहेगा, लोगों के आने-जाने पर भी पाबंदी लगेगी। लोगों को जरूरी खरीदारी के लिए सुबह ही छूट दी जाएगी, वह भी कुछ देर के लिए।
अफसरों का दावा है कि इस बार लॉकडाउन पहले से ज्यादा सख्त होगा। पिछले बार दो हफ्ते के लॉकडाउन में सख्ती नहीं की गई थी। लेकिन इस बार सड़क पर दोपहर 12 बजे के बाद से किसी को निकलने की इजाजत नहीं होगी। जो निकलेंगे, उनकी गाड़ियां जब्त करके कोर्ट में पेश करने तथा एफआईआर का भी प्रस्ताव है।
प्रशासन का दावा है कि व्यापारियों के सुझाव पर ही लॉकडाउन किया जा रहा है। संगठनों का कहना है कि हर बाजार में लगातार लोगों की भीड़ रहती है। इस वजह से संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है। भीड़ कम करने के लिए शहर में लॉकडाउन से बेहतर कोई उपाय नहीं है। प्रशासनिक सूत्रों के संकेत मिले हैं कि फिलहाल 22 से 30 सितंबर तक लाॅकडाउन घोषित किया जा सकता है। उसके बाद स्थिति की समीक्षा कर फिर कोई निर्णय लिया जाएगा।
शहर में बढ़ते संक्रमण और लोगों की हो रही मौतों की वजह से रायपुर के सामाजिक संगठन वायएमएस यूथ फाउंडेशन ने लॉकडाउन की मांग उठाई थी। संस्था के महेंद्र सिंह होरा ने बताया कि हमने सोशल मीडिया पर इसे लेकर हमने व्यापारी, राजनीतिक संगठन और प्रशासनिक अफसरों से मांग की थी। अब यदि लॉकडाउन लगता है तो शहर में भीड़ कम होगी, संक्रमण का खतरा कम होगा और जांच बढ़ेगी। अस्पतालों पर भी बोझ कम हो सकता है।