सैफई (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के सैफई में बने उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज में रैगिंग के मामले पर बवाल मचा हुआ है। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को लखनऊ तलब किया है। इस यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर राजकुमार हैं। दरअसल रैगिंग का मामला सामने आने के बाद यूनिवर्सिटी के कुलपति ने जांच की बात कही थी और कहा था कि छात्रों के साथ रैगिंग नहीं हुई हैं। लेकिन बाद में पता चला कि बच्चों के साथ रैगिंग की गई थी।
इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए नाराज मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया यानी एमसीआई ने मेडिकल यूनिवर्सिटी की मान्यता रद्द करने तक की चेतावनी दी है। साथ ही कहा है कि रैगिंग में शामिल हर एक छात्र पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है। जिला प्रशासन की रिपोर्ट में भी विश्वविद्यालय प्रशासन पर रैगिंग छुपाने का दोषी पाया गया है।
जांच के मुताबिक विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों और रजिस्ट्रार ने इस मामले में गुमराह किया है। लेकिन बाद में रैगिंग की फोटोज बाहर आने पर सारी पोल खुल गई। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा ने उच्च स्तरीय जांच भी शुरू करवा दी हैं। इस जांच की निगरानी इटावा के डीएम और एसएसपी करेंगे और पूरे मामले की जांच में जिले के सीडीओ एडीएम एडिशनल एसपी और डीआईओएस भी शामिल होंगे।
जानकारी के मुताबिक यूनिवर्सिटी के करीब डेढ़ सौ छात्रों का सीनियर छात्रों ने जबरन मुंडन करवा दिया था और हॉस्टल के सामने इन सभी छात्रों की परेड करवाई गई थी। इनसे फिल्मी अंदाज मे ‘हुजूर तोहफा कबूल है’ के नारे भी लगाए गए थे और जब बाद में इसका वीडियो वायरल हुआ था तो हड़कंप मच गया था।