नई दिल्ली(एजेंसी): टेलीकॉम कंपनियों के बीच 2G बनाम 4G की लड़ाई गहराती जा रही है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कंपीटिटर टेलीकॉम कंपनियों पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में 2जी का इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने में 25 साल लग गए लेकिन रिलायंस जियो ने तीन साल में ही 4जी इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा कर दिया.
मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो से पहले भारत 2जी में अटका हुआ था, और यूजर तक पहुंचने वाले डेटा की स्पीड और नेटवर्क क्वालिटी काफी खराब थी. मुकेश अंबानी ने एक वर्चुअल अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में कहा कि भारत में जियो से पहले डेटा की गरीबी थी. उनकी कंपनी ने डेटा की गरीबी कम करने की ठानी और 4जी के जरिये इसे लगभग खत्म कर दिया. उन्हें कहा कि उनकी कंपनी देश के पांच करोड़ घरों और दफ्तरों तक हाई-स्पीड, लो-लेटेंसी ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क बिछाएगी. इसके साथ ही कंपनी भारत में 5G सर्विस शुरू करने की भी तैयारी कर रही है.
मुकेश अंबानी ने इससे पहले सरकार से मांग की थी वह देश को 2जी मुक्त कर दे. लेकिन ट्राई ने एयरटेल और वोडाफोन का समर्थन किया थ. ट्राई ने कहा था कि ग्रामीण इलाकों में करोड़ों लोग हैं जो 2जी फोन का इस्तेमाल करते हैं. इसलिए 2जी कनेक्शन जरूरी है. दरअसल 2जी में एयरटेल और वोडाफोन की खासी हिस्सेदारी है. लिहाजा, मुकेश अंबानी के इस बयान को एयरटेल और वोडाफोन के खिलाफ माना गया.