मुंबई: गोदरेज परिवार में विवाद, हज़ारों एकड़ ज़मीन का हो सकता है बटवारा

मुंबई (एजेंसी)। देश के दिग्गज कारोबारी घराने गोदरेज में बंटवारे की तैयारी शुरू हो गई है। इस परिवार के पास कई इंडस्ट्री में हिस्सेदारी के अलावा हजारों करोड़ रुपये की जमीनें हैं। इन्हें मुंबई का ‘लैंडलॉर्ड कहा जा सकता है, मुंबई में सबसे ज्यादा जमीन गोदरेज परिवार के पास ही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार परिवार ने कारोबार में हिस्सेदारी के पुनर्गठन के लिए कई सलाहकारों और टॉप लॉ फर्म की सेवाएं ली हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई के विखरोली में गोदरेज परिवार का 1,000 एकड़ का एक भूखंड है जिसको डेवलप किया जा सकता है, इसकी बाजार कीमत करीब 20 हजार करोड़ रुपये है। विखरोली में गोदरेज परिवार की कुल 3,400 एकड़ जमीन है। एक अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि इस जमीन के बंटवारे के लिए गोदरेज ऐंड बॉयस के चेयरमैन जमशीद गोदरेज ने जेएम फाइनेंशि‍यल से जुड़े दिग्गज इनवेस्टमेंट बैंकर निमेश कम्पानी और एजेबी पार्टर्नस के वकील जिया मोदी की सलाह ले रहे हैं। उनके चचेरे भाई और गोदरेज समूह के चेयरमैन आदि गोदरेज तथा गोदरेज एग्रोवैट के चेयरमैन नादिर गोदरेज बैंकर उदय कोटक और सिरिल अमरचंद मंगलदास से जुड़े सिरिल श्रॉफ की सलाह ले रहे हैं।

विखरोली की जमीन पर अगर रियल एस्टेट प्रॉपर्टी विकसित की जाए तो उसकी कीमत करीब एक लाख करोड़ रुपये तक हो सकती है। इस इलाके में सिर्फ जमीन की कीमत प्रति एकड़ 20 करोड़ रुपये के आसपास है।

मीडिया के मुताबिक परिवार में खासकर इसको लेकर कुछ मतभेद हैं कि जमीनों का विकास किस तरह से किया जाए। जमशीद गोदरेज का परिवार चाहता है कि जमीन पर बहुत ज्यादा रियल एस्टेट विकास न किया जाए, लेकिन आदि और नादिर गोदरेज का परिवार चाहता है कि इस जमीन पर रियल एस्टेट का भरपूर विकास हो। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा है कि इस बारे में दोनों परिवार गुरुवार को एक बयान जारी करेंगे।

गोदरेज समूह 122 साल पुराना है। 1897 में युवा पारसी वकील आर्देशीर गोदरेज ने एक ताला कंपनी के साथ गोदरेज की शुरुआत की थी। गोदरेज समूह में पांच सूचीबद्ध कंपनियां हैं- गोदरेज इंडस्ट्रीज, गोदरेज कंज्यूमर, गोदरेज एग्रोवेट, गोदरेज प्रॉपर्टीज और एस्टेक लाइफसाइंसेज। इन सभी की बाजार पूंजी करीब 1.2 लाख करोड़ रुपये की है। समूह के चेयरमैन आदि गोदरेज हैं। यह समूह साबुन से लेकर रियल एस्टेट तक के कारोबार में है।

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